नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम 22 नवंबर से शुरू होने वाले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जाएगी। इस सीरीज में टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्ट मैच खेले जाएंगे, जो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की दृष्टि से भारतीय टीम के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस दौरे के लिए 18 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है, जिसकी कमान कप्तान रोहित शर्मा के हाथों में होगी। इसके अलावा, 3 रिजर्व खिलाड़ी भी स्क्वॉड में शामिल किए गए हैं।
पिछले दौरे का ऐतिहासिक अनुभव
गौरतलब है कि टीम इंडिया पिछली बार 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए गई थी, जहां उन्होंने 2-1 से शानदार जीत दर्ज की थी। इस सीरीज में भारत ने कई चुनौतियों का सामना किया था, जिसमें प्रमुख खिलाड़ियों की चोटें और कप्तान विराट कोहली का शुरुआती मैच के बाद भारत लौटना शामिल था। इसके बावजूद, कम अनुभव वाली भारतीय टीम ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
बदलावों के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाएगी टीम इंडिया
पिछले दौरे में भारतीय टीम की जीत में योगदान देने वाले 11 खिलाड़ी इस बार के स्क्वॉड का हिस्सा नहीं हैं। इनमें अजिंक्य रहाणे, जो उस सीरीज के बाद टीम की कप्तानी कर रहे थे, अब स्क्वॉड से बाहर हैं। इसके अलावा चेतेश्वर पुजारा, मयंक अग्रवाल, रिद्धिमान साहा, पृथ्वी शॉ, हनुमा विहारी, उमेश यादव और टी नटराजन जैसे खिलाड़ियों को इस बार जगह नहीं मिली है।
चोटिल खिलाड़ियों का प्रभाव
बीसीसीआई द्वारा जारी प्रेस रिलीज़ के अनुसार, स्टार स्पिनर कुलदीप यादव और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चोटिल होने के कारण इस दौरे के लिए चयनित नहीं हो सके हैं। कुलदीप यादव ग्रोइन की समस्या से परेशान हैं और वे बेंगलुरु में बीसीसीआई की मेडिकल टीम की निगरानी में रहेंगे। इसी प्रकार, शार्दुल ठाकुर को भी इस दौरे के लिए चयन में मौका नहीं मिला है। इन तीनों खिलाड़ियों ने पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, लेकिन इस बार वे स्क्वॉड का हिस्सा नहीं हैं।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में फाइनल की दौड़
इस दौरे की महत्ता इसलिए भी अधिक है क्योंकि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में स्थान पाने के लिए भारतीय टीम को इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पिछले कुछ सालों से भारतीय टीम का दबदबा रहा है, और अपने पिछले दोनों ऑस्ट्रेलिया दौरों पर टीम ने सफलता प्राप्त की है। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि टीम इंडिया अपने शानदार प्रदर्शन को बरकरार रखेगी।