Saturday, July 26, 2025
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ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने किया था स्वर्ण मंदिर पर हमले का प्रयास, भारतीय सेना के स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम ने बनाई अजेय सुरक्षा दीवार

नई दिल्ली: भारतीय सेना की सटीक तैयारी और स्वदेशी रक्षा प्रणाली की दक्षता ने पाकिस्तान की एक बड़ी साजिश को विफल कर दिया है। अमृतसर स्थित सिखों के सर्वोच्च धार्मिक स्थल श्री हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) को पाकिस्तान की सेना ने निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने आसमान में ही इस खतरे को नष्ट कर दिया।

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ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाकिस्तान

भारतीय सेना द्वारा जम्मू-कश्मीर में चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकियों के खिलाफ चल रही सख्त कार्रवाई से पाकिस्तान पूरी तरह से बौखलाया हुआ है। खुफिया एजेंसियों को पहले ही संकेत मिल चुके थे कि पाकिस्तान, सैन्य प्रतिष्ठानों के साथ-साथ भारत के धार्मिक और नागरिक स्थलों को भी निशाना बना सकता है।

भारतीय सेना की सक्रियता और सावधानी

15 इन्फैंट्री डिविजन के जीओसी मेजर जनरल कार्तिक सी. शेषाद्री ने बताया कि भारत ने पहले ही यह अनुमान लगा लिया था कि पाकिस्तान स्वर्ण मंदिर जैसे प्रतिष्ठित स्थलों को टारगेट कर सकता है। इसलिए पहले से ही AKASH मिसाइल सिस्टम, L-70 एयर डिफेंस गन और अन्य एयर डिफेंस एसेट्स को तैनात कर दिया गया था।

“हमने स्वर्ण मंदिर को सबसे संभावित टारगेट के रूप में चिह्नित किया और तुरंत अतिरिक्त सुरक्षा उपाय लागू किए।”
— मेजर जनरल कार्तिक शेषाद्री

8 मई को किया गया था बड़ा हमला

शेषाद्री के अनुसार, 8 मई की तड़के पाकिस्तान ने अंधेरे का फायदा उठाकर मानव रहित ड्रोन और लंबी दूरी की मिसाइलों से हमला किया। पाकिस्तान की योजना थी कि वह भारत के पवित्र धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर न केवल धार्मिक अस्थिरता फैला सके, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को दबाव में ला सके। परंतु भारत की तैयारियों ने उसे करारा जवाब दिया।

“हमने एक भी ड्रोन या मिसाइल को स्वर्ण मंदिर के पास नहीं आने दिया। हमारी वायु रक्षा प्रणाली ने आसमान में ही उन्हें तबाह कर दिया।”
— मेजर जनरल कार्तिक शेषाद्री

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स्वदेशी रक्षा प्रणाली की बड़ी सफलता

भारत के स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम ने सिर्फ अमृतसर ही नहीं, बल्कि देश के कई अन्य संवेदनशील शहरों की भी रक्षा की। AKASH मिसाइल प्रणाली, जो 25 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है, और L-70 एंटी-एयरक्राफ्ट गन, जो दिन-रात काम करने में सक्षम है, ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि कोई भी दुश्मन तत्व भारतीय सीमा में प्रवेश कर हमला न कर सके।

पाकिस्तान की योजना फिर हुई विफल

भारतीय सेना की सक्रियता ने एक बार फिर पाकिस्तान की मंशा को उजागर कर दिया है। धार्मिक स्थलों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय कानून और नैतिकता के भी विरुद्ध है। यह घटना न केवल पाकिस्तान की कायरता को उजागर करती है, बल्कि भारत की तैयारियों और आत्मनिर्भर रक्षा प्रणाली की मजबूती को भी सिद्ध करती है।

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