नई दिल्ली: पिछले सप्ताह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले का जवाब भारत ने अब निर्णायक तरीके से दिया है। भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियों के संयुक्त अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक की गई। इस स्ट्राइक में भारत को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी — IC-814 विमान हाईजैक का मास्टरमाइंड और जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर मारा गया है।
भारत के खुफिया सूत्रों और रक्षा मंत्रालय के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह सटीक और योजनाबद्ध था, जिसमें भारत ने सीमा पार आतंकी नेटवर्क को भारी नुकसान पहुंचाया।

कौन था अब्दुल रऊफ अजहर?
अब्दुल रऊफ अजहर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का वरिष्ठ सदस्य था और इसके संस्थापक मौलाना मसूद अजहर का छोटा भाई था।
1999 के कंधार विमान अपहरण (IC-814 हाईजैक) की साजिश उसी ने रची थी।
वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और आतंकी संगठन हरकत-उल-मुजाहिदीन के सहयोग से इस ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने में शामिल था।
रऊफ की भूमिका रणनीति निर्धारण, संचालन समन्वय और साजिशकर्ताओं को निर्देश देने की थी। उसके सहयोग से ही आतंकियों ने फ्लाइट IC-814 को काठमांडू से हाईजैक कर अमृतसर, लाहौर, दुबई होते हुए कंधार पहुंचाया था।
IC-814 हाईजैक: भारत के इतिहास का सबसे भयावह अपहरण कांड
- तारीख: 24 दिसंबर 1999
- फ्लाइट: इंडियन एयरलाइंस की IC-814
- मार्ग: काठमांडू से दिल्ली
- यात्री: 176 यात्री, 15 क्रू
- स्थान: अमृतसर, लाहौर, दुबई होते हुए कंधार
- समाप्ति: 31 दिसंबर 1999
इस कुख्यात हाइजैक का उद्देश्य भारतीय जेल में बंद तीन खूंखार आतंकियों – मौलाना मसूद अजहर, उमर सईद शेख और मुश्ताक अहमद जरगर – को छुड़वाना था।
भारत सरकार ने यात्रियों की जान बचाने के लिए इन आतंकियों को रिहा कर कंधार भेजा था।
इस पूरे ऑपरेशन में रऊफ अजहर की केंद्रीय भूमिका थी।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत की नई सैन्य रणनीति का परिचायक
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की नई सैन्य और कूटनीतिक नीति की स्पष्ट अभिव्यक्ति है, जिसमें ‘आतंक के विरुद्ध त्वरित और ठोस कार्रवाई’ को प्राथमिकता दी जा रही है।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 से भी अधिक गोपनीय और तकनीकी रूप से परिष्कृत था।
भारत सरकार ने इस ऑपरेशन के तहत सीमापार आतंकी ठिकानों पर स्टैंड-ऑफ प्रिसीजन गाइडेड मिसाइलों का प्रयोग किया, जिससे आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह किया गया और नागरिक क्षेत्रों को नुकसान नहीं पहुंचा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और पाकिस्तान की स्थिति
पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन पर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन स्थानीय सूत्रों और सोशल मीडिया रिपोर्ट्स में पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में धमाकों और अस्थिरता की खबरें लगातार आ रही हैं।
वहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की आतंक के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस नीति’ को समर्थन मिल रहा है।
अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों ने भी बीते दिनों IC-814 कांड के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया था। रऊफ अजहर का नाम अमेरिका की आतंकी सूची में भी शामि