नई दिल्ली: कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए जबरदस्त कार्रवाई की। इस सैन्य अभियान को लेकर देशभर में सरकार की तारीफ हो रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी भारत के इस जवाबी कदम को आत्मरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ एक निर्णायक कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।

सरकार को घेरने में जुटे राहुल गांधी
जहां एक ओर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर सरकार देश और विदेश में अभियान चला रही है, वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस अभियान पर सवाल उठाते हुए सरकार से एयरक्राफ्ट नुकसान की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर चुप्पी साधने का आरोप लगाते हुए कहा कि,
“यह सिर्फ चूक नहीं, बल्कि एक अपराध है। देश को सच्चाई जानने का हक है।”
बीजेपी का तीखा हमला: ‘राहुल गांधी नए युग के मीर जाफर’
राहुल गांधी के बयानों पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी की तुलना मीर जाफर से करते हुए कहा,
“यह चौंकाने वाला नहीं है कि राहुल गांधी पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रधानमंत्री को बधाई नहीं दी, बल्कि बार-बार भारत को हुए नुकसान की जानकारी मांगते रहे।”
It is not surprising that Rahul Gandhi is speaking the language of Pakistan and its benefactors. He hasn’t congratulated the Prime Minister on the flawless #OperationSindoor, which unmistakably showcases India’s dominance. Instead, he repeatedly asks how many jets we lost—a… pic.twitter.com/BT47CNpddj
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 20, 2025
मालवीय ने कहा कि,
“राहुल गांधी ने एक बार भी यह नहीं पूछा कि पाकिस्तान के कितने फाइटर जेट मार गिराए गए या आतंकी ठिकानों को कितना नुकसान हुआ। क्या उन्हें अब निशान-ए-पाकिस्तान मिलने वाला है?”
अमित मालवीय ने एक ग्राफिक भी पोस्ट किया, जिसमें आधा चेहरा पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर का और आधा चेहरा राहुल गांधी का दिखाया गया। साथ ही उन्होंने लिखा,
“राहुल गांधी इस युग के मीर जाफर हैं।”
Rahul Gandhi is the new age Mir Jafar. pic.twitter.com/Egb83XjxYL
— Amit Malviya (@amitmalviya) May 20, 2025
ऑपरेशन सिंदूर: आधिकारिक प्रतिक्रिया और गोपनीयता की अपील
11 मई को एयर मार्शल ए.के. भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि,
“हम युद्ध की स्थिति में हैं और नुकसान इसका हिस्सा होता है। सवाल यह है कि क्या हमने अपना उद्देश्य हासिल कर लिया है? इसका उत्तर है – हाँ।”
भारती ने कहा कि अभी अभियान चल रहा है, इसलिए किसी भी संवेदनशील जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता, जिससे दुश्मन को लाभ मिल सकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि,
“भारत के सभी पायलट सुरक्षित लौट आए हैं।”

जयशंकर की सफाई: पाकिस्तान को दी गई थी चेतावनी
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ऑपरेशन शुरू करने से पहले पाकिस्तान को सूचित किया गया था कि भारत केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहा है, सैन्य ठिकानों को नहीं। यह संदेश इसलिए दिया गया ताकि पाकिस्तान को हस्तक्षेप का मौका न मिले। उन्होंने कहा कि,
“पाकिस्तान ने इस चेतावनी को नज़रअंदाज करने में ही अपनी भलाई समझी।”
मीर जाफर का ऐतिहासिक संदर्भ
गौरतलब है कि मीर जाफर बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला का सेनापति था, जिसने 1757 में प्लासी के युद्ध में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का साथ देकर सिराजुद्दौला से विश्वासघात किया था। भारतीय इतिहास में मीर जाफर को विश्वासघात का प्रतीक माना जाता है।