नई दिल्ली: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा निर्दोष पर्यटकों पर किए गए हमले के बाद भारत की रक्षा रणनीति में निर्णायक बदलाव देखने को मिल रहा है। इस हमले को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने कायरतापूर्ण और उकसावे वाला बताया है, जिसके बाद तीनों सेनाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है। विशेषकर भारतीय नौसेना ने समुद्री मोर्चे पर आक्रामक रणनीति अपनाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ “ऑपरेशन सिंदूर” आरंभ किया है।

ऑपरेशन सिंदूर: अरब सागर में निर्णायक तैनाती
भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने जानकारी दी कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौसेना ने अरब सागर में अपनी रणनीतिक स्थिति को मज़बूत किया है। इस ऑपरेशन के माध्यम से कराची जैसे रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों को घेरे में लेने की कार्यवाही की गई है। वाइस एडमिरल प्रमोद के अनुसार, भारतीय नौसेना किसी भी समय समुद्र, हवा और जमीन से हमले के लिए पूरी तरह से तैयार है।
#WATCH | Delhi: #OperationSindoor | Vice Admiral AN Pramod says, "In the aftermath of the cowardly attacks on innocent tourists at Pahalgam in Jammu and Kashmir by Pakistani sponsored terrorists on 22nd April, the Indian Navy's Carrier battle group, surface forces, submarines and… pic.twitter.com/ECYUWUpjoj
— ANI (@ANI) May 11, 2025
“हमारी नौसेना ने अपनी सामरिक क्षमताओं को सक्रिय करते हुए युद्धक नौकाएं, पनडुब्बियाँ और विमान तैनात किए हैं। कराची सहित किसी भी महत्वपूर्ण लक्ष्य पर हमला करने की पूरी तैयारी है,” – वाइस एडमिरल एएन प्रमोद
अग्रिम तैनाती और सामरिक संसाधनों की त्वरित सक्रियता
भारतीय नौसेना द्वारा इस पूरे अभियान में अपने प्रमुख युद्धपोतों, मिसाइल प्रणाली, पनडुब्बियों और टोही विमानों को तेजी से तैनात किया गया। सूत्रों के अनुसार, INS विक्रांत, INS चेन्नई, और P-8I नौसैनिक टोही विमान जैसे प्रमुख संसाधनों को ऑपरेशनल अलर्ट पर रखा गया है। यह कदम संभावित खतरों के खिलाफ भारतीय समुद्री सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

राष्ट्रीय सुरक्षा की प्राथमिकता: नौसेना की आक्रामक रणनीति
वाइस एडमिरल प्रमोद ने कहा कि नौसेना ने आक्रामक रुख अपनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर को सक्रिय किया है। यह ऑपरेशन न केवल पाकिस्तानी ठिकानों पर दबाव बनाने के लिए है, बल्कि यह एक सशक्त संदेश भी है कि भारत अपनी क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं करेगा।
“हमारे जवान हर स्थिति के लिए तैयार हैं। हमले की प्रकृति और स्रोत की जानकारी मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई के लिए रणनीति तैयार कर ली गई है।”