नई दिल्ली: साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों में एक और घटना प्रकाश में आई है, जहां ऑनलाइन डेटिंग प्लेटफॉर्म ‘बम्बल’ पर हुई दोस्ती ने एक छात्रा के जीवन में संकट ला दिया। पुलिस स्टेशन (पीएस) साइबर वेस्ट में दर्ज शिकायत के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय की द्वितीय वर्ष की एक छात्रा ने ठगी का शिकार होने की बात कही। आरोपी ने उसकी निजी तस्वीरों और वीडियो का इस्तेमाल कर पैसे ऐंठे और उसे मानसिक तनाव में डाल दिया।
डेटिंग ऐप पर हुई दोस्ती बनी ब्लैकमेलिंग का कारण
जनवरी 2024 की शुरुआत में छात्रा की मुलाकात ‘बम्बल’ पर एक व्यक्ति से हुई, जिसने खुद को अमेरिका में रहने वाला एक फ्रीलांस मॉडल बताया। उसने कहा कि वह किसी प्रोजेक्ट के सिलसिले में भारत आया है। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती गहरी हो गई और उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे स्नैपचैट और व्हाट्सएप पर बातचीत शुरू कर दी। इस दौरान छात्रा ने आरोपी के साथ अपनी निजी तस्वीरें और वीडियो साझा कर दीं।
निजी तस्वीरें और वीडियो लीक करने की धमकी
समय बीतने के साथ आरोपी ने छात्रा को ब्लैकमेल करना शुरू किया। उसने व्हाट्सएप पर एक निजी वीडियो भेजा और पैसों की मांग की। धमकी दी कि यदि पैसे नहीं दिए गए, तो वह उसकी तस्वीरें और वीडियो ऑनलाइन अपलोड कर देगा या उन्हें बेच देगा। छात्रा ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए कुछ पैसे दे दिए, लेकिन इसके बावजूद आरोपी ने और पैसे की मांग की।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
जब छात्रा पर दबाव बढ़ता गया, तो उसने अपने परिवार को सारी बात बताई और साइबर वेस्ट थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी तुषार बिष्ट (23) पुत्र गणेश सिंह बिष्ट, निवासी शकरपुर, दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह मनोरंजन के लिए लड़कियों से दोस्ती करता था, लेकिन बाद में उन्हें ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठने लगा।
500 से अधिक लड़कियों को बनाया शिकार
तुषार बिष्ट ने पुलिस को बताया कि उसने बम्बल पर 500 से अधिक और स्नैपचैट व व्हाट्सएप पर 200 से अधिक लड़कियों से संपर्क किया। वह उनकी निजी तस्वीरें और वीडियो स्क्रीन रिकॉर्डिंग के जरिए सुरक्षित कर लेता था। कई मामलों में उसने इसी सामग्री का उपयोग कर लड़कियों को ब्लैकमेल किया।