नई दिल्ली: एम्स दिल्ली के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। डॉक्टरों ने 11 वर्षीय बच्ची की दुर्लभ पैंक्रियाज कैंसर की सफल लैप्रोस्कोपिक व्हिपल सर्जरी कर उसे नई जिंदगी दी। यह सर्जरी साढ़े आठ घंटे तक चली और डॉक्टरों ने बच्ची के पैंक्रियाज में मौजूद ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकालकर पैंक्रियाज को दोबारा बनाया।
पहली बार इतनी कम उम्र में लैप्रोस्कोपिक सर्जरी
एम्स के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रोफेसर अंजन कुमार के नेतृत्व में यह जटिल सर्जरी की गई। डॉक्टरों के अनुसार, यह दुनिया की पहली रिपोर्टेड सर्जरी है, जिसमें इतने कम उम्र के मरीज के दुर्लभ पैंक्रियाज कैंसर को लैप्रोस्कोपिक तकनीक से सफलतापूर्वक हटाया गया है। सर्जरी के बाद बच्ची स्वस्थ है और तेजी से ठीक हो रही है।

झारखंड की बच्ची को मिली राहत
झारखंड के गढ़वा की रहने वाली इस बच्ची को पिछले कुछ समय से लगातार पेट दर्द की शिकायत थी। जांच में डॉक्टरों ने पैंक्रियाज में ट्यूमर पाया, जो स्यूडोपैपिलरी एपिथेलियल नियोप्लाज्म (एसपीईएन) के रूप में जाना जाता है। यह दुर्लभ प्रकार का कैंसर ज्यादातर 10 से 30 वर्ष की लड़कियों में पाया जाता है।
जटिल सर्जरी, नई तकनीक का उपयोग
लैप्रोस्कोपिक व्हिपल सर्जरी एक अत्यंत जटिल प्रक्रिया है, जिसमें आमतौर पर पेट में बड़ा चीरा लगाकर सर्जरी की जाती है। पैंक्रियाज के आसपास रक्त वाहिकाएं होने के कारण यह प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण होती है। लेकिन इस सर्जरी में डॉक्टरों ने चार छोटे छेद कर दूरबीन की मदद से ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटाया।
सिर्फ 80 मिलीलीटर ब्लड लॉस, बच्ची की तेजी से रिकवरी
प्रोफेसर अंजन कुमार ने बताया कि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के कारण बच्ची को केवल 80 मिलीलीटर ब्लड लॉस हुआ और वह जल्द ही ठीक हो गई। बच्ची स्कूल नहीं जा पा रही थी, लेकिन अब वह जल्द ही स्कूल लौट सकेगी।

एनेस्थीसिया टीम की भूमिका
सर्जरी के दौरान एम्स के एनेस्थीसिया विभाग के प्रोफेसर विकास रंजन रे के नेतृत्व में बेहतरीन दर्द प्रबंधन किया गया। उन्होंने बताया कि लंबी सर्जरी के बावजूद बच्ची को किसी भी प्रकार की एनेस्थेटिक जटिलता नहीं हुई। सर्जरी के बाद बच्ची को दर्द रहित रिकवरी का अनुभव हुआ।
पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग की उपलब्धि
पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संदीप अग्रवाल ने कहा कि यह सफलता विभाग की उत्कृष्टता और विशेषज्ञता को दर्शाती है। एम्स दिल्ली में लिवर, पित्ताशय और पैंक्रियाज की जटिल बीमारियों के इलाज में विशेषज्ञता प्राप्त है।