पिलानी, 8 मई 2025: पिछले दिनों राष्ट्रीय राजमार्ग 709 के लिए भूमि अधिग्रहण मुआवजे के मामले में रिश्वत मांगने का एक गंभीर मामला सामने आया था। जानकारी के अनुसार असम राइफल्स में तैनात जवान कैलाश सैनी से मुआवजे की राशि जारी करने के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी। इस मामले में एनएचएआई सूरजगढ़ कार्यालय में संविदा पर कार्यरत दो पूर्व राजस्व अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया गया है।

रिश्वत मांगने के आरोप जिन दो कर्मचारियों पर लगे हैं, उनमें महावीर प्रसाद बाकोलिया, जो सेवानिवृत्त तहसीलदार रह चुके हैं और कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत थे, तथा मुरारी सैनी, जो पूर्व में गिरदावर रह चुके हैं, शामिल हैं। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने जवान से धन की मांग की।
इस घटनाक्रम के दौरान कैलाश सैनी ने कथित तौर पर पूरा वीडियो रिकॉर्ड किया और इसे एनएचएआई के एईएन अनुज चाहर को दिखाया। वीडियो देखने के बाद एईएन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत उपखंड अधिकारी सुमन देवी को लिखित में सूचना दी।
एसडीएम सुमन देवी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए, जिसके बाद दोनों कर्मचारियों को संविदा से हटाते हुए सूरजगढ़ कार्यालय से पदमुक्त कर दिया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये कर्मचारी एनएचएआई की ओर से अनुबंध के आधार पर नियुक्त किए गए थे।

गौरतलब है कि 6 मई को जवान कैलाश सैनी ने अपने परिवार के साथ विरोध स्वरूप राष्ट्रीय राजमार्ग 709 पर धरना दिया था और सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया था। हालात को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
यह मामला सामने आने के बाद से विभागीय कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं और भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है।