महाराष्ट्र में आतंकवाद के खिलाफ एनआईए की कार्रवाई: प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएस पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. महाराष्ट्र पुलिस और एटीएस महाराष्ट्र के साथ समन्वय में शनिवार (10 दिसंबर) को पूरे महाराष्ट्र और कर्नाटक में कई जगह छापे के दौरान लोगों की गिरफ्तारी हुई है. गिरफ्तार किए गए लोगों में कई स्व-घोषित नेता भी शामिल हैं, जिनके पास ‘बायथ’ प्रशासित करने का अधिकार है.
न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक एनआईए ने छापेमारी के दौरान 68 लाख रुपये से अधिक नकदी, तेज धार वाले हथियार, आपत्तिजनक दस्तावेज, स्मार्टफोन, हमास के झंडे और अन्य डिजिटल उपकरण भी बरामद किए. एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए की टीमों ने शनिवार सुबह महाराष्ट्र के पडघा-बोरीवली, ठाणे, मीरा रोड और पुणे और कर्नाटक के बेंगलुरु में 44 स्थानों पर छापेमारी की और आतंक को बढ़ावा देने वाले 15 लोगों को पकड़ा.
आतंकी हैंडलर्स के निर्देश पर काम करते थे संदिग्ध
अधिकारी ने कहा कि प्रारम्भिक जांच में यह स्पष्ट हो गया है कि पकड़े गए आरोपी अपने विदेशी आकाओं के निर्देशों पर काम करते थे. ये आईएस के हिंसक और विनाशकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए आईईडी के निर्माण सहित विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल थे. छापे के दौरान भारी मात्रा में बेहिसाब नकदी, तेज धार वाले हथियार, आपत्तिजनक दस्तावेज, स्मार्ट फोन और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं.
अधिकारी ने कहा, बरामदगी में एक पिस्तौल, दो एयर गन, आठ तलवारें, चाकू, दो लैपटॉप, छह हार्ड डिस्क, तीन सीडी, 38 मोबाइल फोन, 10 मैगजीन किताबें, 68 लाख 3 हजार 800 रुपये नकद और 51 हमास के झंडे शामिल हैं.
बना चुके थे आईएस का महाराष्ट्र मॉड्यूल, मास्टरमाइंड गिरफ्तार
एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपी, आईएस का महाराष्ट्र मॉड्यूल बना चुके थे . इसके सभी सदस्य, पडघा-बोरीवली से काम कर रहे थे, जहां उन्होंने पूरे भारत में आतंक और हिंसा फैलाने की साजिश रची थी. एनआइए जांच में साफ हो चुका है कि पकड़े गए संदिग्ध आरोपियों ने हिंसक जिहाद, खिलाफत, आईएस आदि का रास्ता अपनाते हुए देश की शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का इरादा रखा था. इनका सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का लक्ष्य था.
अधिकारी ने कहा कि इसकी प्रारंभिक जांच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी ने ग्रामीण ठाणे के पडघा गांव को ‘मुक्त क्षेत्र’ और ‘अल शाम’ के रूप में स्वयं को शीर्ष नेता घोषित किया था. वह खुद को मास्टरमाइंड कहता था. उसे भी गिरफ्तार किया गया है