पिलानी में एनआईए, डीएसटी, चेन्नई और दिल्ली पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए अवैध हथियारों की सप्लाई में लिप्त लॉरेंस विश्नोई गैंग के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम अशोक मेघवाल है, जिसे उसके गांव झेरली में उसके घर से ही पकड़ा गया है।
जानकारी मिली है कि एनआईए ने जिस आरोपी अशोक मेघवाल को आज डिटेन किया है उसके तार सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह से जुड़े हैं। आरोपी के पास से 8 हथियार जब्त किए गए हैं। यह भी जानकारी मिली है कि पुलिस आरोपी 30 से ज्यादा हथियार इलाके में सक्रिय अपराधियों और उनके गिरोहों को सप्लाई कर चुका है।
सुबह 7:30 बजे आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद जांच कर रही एनआईए टीम आरोपी अशोक को पिलानी थाने लेकर आई, जिसके बाद उससे हथियारों की सप्लाई मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी के पास से बरामद 8 हथियार उसने अपने घर पर ही भैंसों के बाड़े में चारे के अंदर छुपा कर रखे थे, जहां से एनआईए के अधिकारियों ने उन्हें बरामद किया है।
आपराधिक रिकॉर्ड रहा है अशोक का
हथियार सप्लाई के मामले में एनआईए द्वारा पकड़े गए आरोपी अशोक पुत्र धन्नाराम मेघवाल का पुराना पुलिस रिकॉर्ड भी सामने आया है। चोरी, नकबजनी, बंधक बना कर लूटपाट करने जैसे 30 से अधिक मामले उसके खिलाफ पहले से दर्ज हैं। आरोपी अशोक 2015 से 2018 तक चोरी आदि के मामलों में जेल भी जा चुका है और 2018 के बाद से जमानत पर ही चल रहा है।
गिरफ्तार हथियार सप्लायर अशोक मेघवाल के भाई अजीत ने बताया कि 2013 से पहले उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था। आरोपी अधिक पढ़ा लिखा नहीं है, लेकिन दक्ष मूर्तिकार है और 2007 से 2011 तक वह पिलानी बिरला म्यूजियम में डेली वेजेज पर काम भी कर चुका है। बाद में 2013 में अशोक ने पिलानी में ही त्रिवेणी प्याऊ पर रेडीमेड गारमेंट्स की शॉप की थी। आरोपी इसी दौरान अपने गांव के ही कुछ अपराधी प्रवृत्ति के लोगों के सम्पर्क में आया था और फिर धीरे धीरे खुद भी आपराधिक वारदातों में शामिल होने लगा। चोरी और लूटपाट की ज्यादातर वारदातें अशोक और उसके गिरोह ने बीकानेर, नागौर और बाड़मेर जिलों में की हैं।
घरवालों को नहीं थी जानकारी
हालांकि उसके परिजनों का कहना है कि 2018 में जमानत पर जेल से वापस आने के बाद वह चोरी और लूटपाट का काम नहीं कर रहा था। हथियार सप्लाई के बारे में भी परिवार को कोई जानकारी नहीं थी। एनआइए की गिरफ्त में आया अशोक विवाहित है, 2 बच्चे हैं, जो गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, पत्नी गृहिणी है। आजीविका के लिए घर पर भैंस है और छोटी-मोटी खेती-बाड़ी का काम करता है।
आरोपी को पकड़ने के बाद एनआईए की टीम ने उससे पिलानी थाने में ही पूछताछ की, और उसके बाद उसे अपने साथ जयपुर ले गई। इस दौरान एनआईए और पुलिस की अन्य टीमों ने मीडिया को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी।