उदयपुरवाटी: शाकंभरी माता मंदिर जाने वाले प्रमुख मार्ग पर आखिरकार पेचवर्क का कार्य शुरू हो गया है। लंबे समय से जर्जर सड़क को लेकर श्रद्धालु और स्थानीय लोग परेशान थे। इस समस्या को लेकर खबर प्रकाशित होते ही संबंधित विभाग हरकत में आया, जिसके बाद मरम्मत कार्य शुरू कराया गया। इससे श्रद्धालुओं ने राहत महसूस की है, हालांकि स्थायी समाधान की मांग अभी भी बनी हुई है।
लंबे समय से बदहाल थी उदयपुरवाटी–शाकंभरी माता सड़क
उदयपुरवाटी–शाकंभरी माता मंदिर मार्ग झुंझुनू जिले के महत्वपूर्ण धार्मिक मार्गों में शामिल है। यह सड़क कई महीनों से जगह-जगह टूट चुकी थी, गड्ढों और उखड़ी सतह के कारण वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को भारी जोखिम उठाना पड़ रहा था। विशेषकर नवरात्र और धार्मिक मेलों के दौरान श्रद्धालुओं को आवागमन में गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
खबर प्रकाशित होते ही शुरू हुआ मरम्मत कार्य
स्थानीय मीडिया में सड़क की जर्जर स्थिति को प्रमुखता से उठाए जाने के बाद संबंधित विभाग ने तत्काल संज्ञान लिया। इसके बाद उदयपुरवाटी से शाकंभरी माता मंदिर तक के मार्ग पर पेचवर्क कार्य शुरू कराया गया। कई क्षतिग्रस्त हिस्सों को भरकर अस्थायी रूप से दुरुस्त किया जा रहा है, जिससे फिलहाल यातायात कुछ हद तक सुगम हो सका है।
श्रद्धालुओं और ग्रामीणों ने जताई राहत, लेकिन स्थायी समाधान की मांग
सड़क पर पेचवर्क शुरू होने से स्थानीय ग्रामीणों और मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालुओं ने राहत की सांस ली है। लोगों का कहना है कि खबर के असर से विभाग सक्रिय हुआ, यह सकारात्मक कदम है, लेकिन केवल पेचवर्क से समस्या का स्थायी समाधान संभव नहीं है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि पूरे मार्ग का पुनर्निर्माण किया जाए, ताकि हर साल बरसात के बाद यही समस्या दोबारा न खड़ी हो।
धार्मिक पर्यटन और सड़क सुरक्षा से जुड़ा है मामला
शाकंभरी माता मंदिर राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों में गिना जाता है और यहां दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में इस मार्ग की खराब स्थिति न केवल धार्मिक पर्यटन को प्रभावित करती है, बल्कि सड़क सुरक्षा के लिहाज से भी बड़ा खतरा बनी रहती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि समय रहते स्थायी सड़क निर्माण नहीं किया गया, तो दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहेगी।
खबर का असर, लेकिन नजरें स्थायी समाधान पर
फिलहाल पेचवर्क शुरू होना प्रशासनिक सक्रियता का संकेत जरूर है, लेकिन अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या विभाग इस मार्ग के लिए स्थायी बजट और निर्माण योजना लाता है या नहीं। श्रद्धालुओं और आमजन को उम्मीद है कि आने वाले समय में इस समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा।





