उदयपुरवाटी, 30 मई — नगरपालिका अध्यक्ष रामनिवास सैनी के खिलाफ पुलिस थाने के पास बने एक आधुनिक सार्वजनिक शौचालय को तोड़वाने और उसमें लगे सामान को हटवाने का आरोप दर्ज किया गया है। यह मामला पूर्व संयुक्त निदेशक रामकरण सैनी की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया, जिसमें उन्होंने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और अनियमित भुगतान करवाने का आरोप लगाया है।
शिकायत के अनुसार, थाना परिसर शाकंभरी गेट के पास पुलिस अधीक्षक झुंझुनूं की अनुमति से 30×35 फीट भूमि पर एक आधुनिक शौचालय का निर्माण किया गया था। इस सुविधा का उपयोग थाने में आने वाले लोगों के साथ-साथ आसपास के दुकानदार भी करते थे। निर्माण पर लगभग 39 लाख रुपये की लागत आई थी।
रामकरण सैनी का आरोप है कि 17 अप्रैल 2022 को नगरपालिका अध्यक्ष रामनिवास सैनी ने बिना किसी वैधानिक कारण के जेसीबी मशीन से इस शौचालय को तुड़वा दिया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और स्थानीय नागरिकों के विरोध के बावजूद तोड़फोड़ नहीं रोकी गई।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि शौचालय में लगे एसी, पंखे और अन्य उपकरणों को भी हटा दिया गया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। थाना प्रभारी कस्तूर वर्मा ने भी पुष्टि की कि शौचालय पर खर्च की गई राशि करीब 39 लाख रुपये थी।
इस मामले में यह भी सामने आया कि शौचालय का शिलान्यास 21 मई 2018 को शुभकरण चौधरी ने किया था और इसका उद्घाटन 29 फरवरी 2020 को राजेंद्रसिंह गुढ़ा द्वारा किया गया। नगर पालिका ने 8 जून 2021 को इसके रख-रखाव का अनुबंध समाप्त कर दिया था, जबकि शौचालय को 17 अप्रैल 2022 को गिरा दिया गया।
शिकायत में यह भी उल्लेख है कि शौचालय का उपयोग लगभग 26 महीनों तक हुआ, जबकि रख-रखाव कंपनी को 43 महीनों तक भुगतान किया गया। आरोप है कि इस अनियमित भुगतान में अध्यक्ष रामनिवास सैनी की भूमिका भी रही।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्थानीय स्तर पर इस घटनाक्रम को राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में भी देखा जा रहा है। मामले में आगे की कार्रवाई जांच रिपोर्ट पर निर्भर करेगी।