उन्नाव, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर आज सुबह एक बड़े सड़क हादसे में 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हादसा सुबह करीब 5:30 बजे उस समय हुआ जब एक स्लीपर बस ने आगे चल रहे दूध के टैंकर से टक्कर मार दी। हादसे की वजह चालक को नींद आना मानी जा रही है।
घटनास्थल पर चीख-पुकार और बचाव कार्य
गढ़ा गांव के पास हुए इस हादसे में चीख-पुकार मच गई। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और बचाव कार्य शुरू किया। स्थानीय पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंची और राहगीरों की मदद से बस में फंसे लोगों को बाहर निकाला। पुलिस उपाधीक्षक अरविंद सिंह ने बताया कि बस बिहार के सीतामढ़ी से दिल्ली जा रही थी और इसमें अधिकतर मजदूर सवार थे। बस में करीब 50 यात्री थे। घायलों को बांगरमऊ प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया है। एसडीएम नम्रता सिंह ने चिकित्सा केंद्र पहुंचकर घायलों से बातचीत की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
दुर्घटना का विवरण
जानकारी के मुताबिक, यह डबल डेकर बस (UP95 T 4720) बिहार के सीतामढ़ी से दिल्ली जा रही थी। सुबह 4:30 बजे उन्नाव के बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के गढ़ा गांव के सामने पहुंची तो पीछे से तेज रफ्तार दूध से भरे टैंकर ने ओवरटेक करने की कोशिश में बस से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस के परखच्चे उड़ गए और चारों ओर लाशें बिखर गईं। हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 14 पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चा शामिल हैं।
राहत और बचाव कार्य
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया। मृतकों और घायलों की पहचान की जा रही है। जिला प्रशासन ने घटनास्थल पर राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों की टीम को भी तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री का शोक संदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। जिला अधिकारियों को घटनास्थल पर राहत प्रयासों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।”
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने भी इस घातक दुर्घटना का संज्ञान लिया और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, “जिला प्रशासन और परिवहन विभाग के अधिकारियों को सभी घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।”