रामपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर ट्रेन को डिरेल करने की साजिश रची गई है। कानपुर, गाजीपुर, और देवरिया के बाद अब रामपुर जिले में भी इस तरह की घटना सामने आई है। बुधवार रात को रामपुर में रेलवे ट्रैक पर एक पुराना टेलीकॉम का खंभा रखा गया था, लेकिन लोको पायलट की सतर्कता से दून एक्सप्रेस के यात्रियों की जान बच गई।
घटना का विवरण
रामपुर जिले के बलवंत एन्क्लेव कॉलोनी के पीछे से गुजर रही रेलवे लाइन पर टेलीकॉम का 6 मीटर लंबा पुराना लोहे का खंभा रखा गया था। घटना बुधवार रात लगभग 11 बजे की है, जब देहरादून एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12091) उस मार्ग से गुजर रही थी। लोको पायलट ने रेलवे ट्रैक पर खंभा देखा और तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
पुलिस और GRP की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद स्टेशन मास्टर और GRP (Government Railway Police) को तुरंत सूचित किया गया। GRP और रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। थोड़ी देर बाद, रामपुर पुलिस अधीक्षक (SP) और उनकी टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। घटनास्थल पर GRP मुरादाबाद के एसपी विद्या सागर मिश्र भी पहुंचे और जांच-पड़ताल शुरू की।
मामले की जांच
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि रेलवे ट्रैक के पास की कॉलोनी में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा नशा किया जाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इन युवकों की गतिविधियों के कारण आस-पास की छोटी-मोटी चोरियों की घटनाएं भी होती रहती हैं। फिलहाल, GRP, RPF और जिले की पुलिस इस साजिश के पीछे शामिल लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
पिछली घटनाओं से समानता
यह पहली बार नहीं है जब उत्तर प्रदेश में ट्रेन को डिरेल करने की कोशिश की गई हो। इसके पहले कानपुर, गाजीपुर, और देवरिया में भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने के लिए रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर रखे गए थे, जबकि गाजीपुर में स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस के रास्ते में लकड़ी का बड़ा गुटका रखा गया था, जो ट्रेन के इंजन से टकरा गया था। हालांकि, हर बार लोको पायलट की सतर्कता से हादसे को टाला गया।