हर्षिल, उत्तराखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के हर्षिल में अपने संबोधन की शुरुआत ‘गंगा मैया की जय’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की यह देवभूमि आध्यात्मिक ऊर्जा से भरपूर है और यहां आकर वे स्वयं को धन्य महसूस कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड को पर्यटन, धार्मिक स्थल, फिल्म निर्माण और डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया।

उत्तराखंड को हर सीजन में बनाएंगे ‘ऑन सीजन’
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड को सालभर पर्यटन के लिए सक्रिय रखने की बात कही। उन्होंने कहा, “उत्तराखंड में कोई भी सीजन ऑफ नहीं रहेगा, बल्कि हर सीजन में ऑन सीजन रहेगा।” उन्होंने राज्य को फिल्म निर्माण और डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए पसंदीदा स्थान बनाने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक महत्व इसे दुनियाभर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना सकते हैं। केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार मिलकर उत्तराखंड के पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रयासरत है।
#WATCH | Uttarakhand: While addressing a public rally in Uttarkashi, PM Modi says, "The tourism sector needs to be diversified and we need to make it 'Barahmasi', 365 days. This is very important for Uttarakhand. I want no season to be off-season in Uttarakhand. Even during the… pic.twitter.com/B9vJdtQPal
— ANI (@ANI) March 6, 2025
माणा गांव में दुर्घटना पर जताया दुख
प्रधानमंत्री ने कुछ दिन पहले माणा गांव में हुई दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में पूरे देश ने एकजुटता दिखाई, जिससे पीड़ित परिवारों को संबल मिला है।
उत्तराखंड के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाना सरकार का प्रमुख लक्ष्य है और इस दिशा में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र पर्यटन, धार्मिक यात्राओं और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बनकर नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi ने आज मुखवा, उत्तराखंड से हिमालय के दिव्य दर्शन किए। pic.twitter.com/BCHAkLgGfZ
— BJP (@BJP4India) March 6, 2025
भारत-चीन युद्ध में खाली हुए गांवों को फिर से बसाने की योजना
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 1962 के भारत-चीन युद्ध का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उस समय उत्तराखंड के दो गांवों को खाली करा लिया गया था, जिसे अब सरकार फिर से बसाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इन गांवों को बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।

केदारनाथ और हेमकुंड रोपवे परियोजनाओं को मिली मंजूरी
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि केंद्र सरकार ने केदारनाथ रोपवे और हेमकुंड रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है।
- केदारनाथ रोपवे बनने के बाद यात्रा, जो अब तक 8 से 9 घंटे में पूरी होती थी, अब मात्र 30 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
- हेमकुंड रोपवे से श्रद्धालुओं को गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब तक पहुंचने में अधिक सुविधा होगी।
- इन परियोजनाओं से बुजुर्गों और बच्चों के लिए तीर्थ यात्रा अधिक सुगम हो जाएगी।