तेहरान/वॉशिंगटन: अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच एक ईरानी उच्चाधिकारी द्वारा अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को खुलेआम जान से मारने की धमकी देने से खलबली मच गई है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी सलाहकार और वरिष्ठ राजनीतिक चेहरा जावेद लारीजानी ने सरकारी टेलीविजन पर बेहद आपत्तिजनक और उग्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा है कि ट्रंप अब अपने फ्लोरिडा स्थित निजी आवास मार-ए-लागो में भी सुरक्षित नहीं हैं।
लंदन आधारित ‘ईरान इंटरनेशनल’ की रिपोर्ट के अनुसार, लारीजानी ने कहा कि ट्रंप ने जो किया है, उसके बाद वे चैन से नहीं बैठ सकते। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “जब ट्रंप मार-ए-लागो में धूप सेंकने के लिए पेट के बल लेटे होंगे, तब एक छोटा सा ड्रोन उनकी नाभि पर हमला करके खेल खत्म कर सकता है। यह बहुत आसान है।”
यह धमकी उस पृष्ठभूमि में आई है जब अमेरिका-ईरान संबंध पहले ही बेहद तनावपूर्ण हैं। 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से दोनों देशों के बीच दुश्मनी और बढ़ गई थी। हाल ही में 12 दिन चले इजरायल-ईरान टकराव के दौरान अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बंकर बस्टर बम गिराने के बाद हालात और बिगड़ गए हैं।
इस बयान के तुरंत बाद एक नया पहलू सामने आया है। ‘ब्लड पैक्ट’ नामक एक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया है, जिसे फ़ारसी में ‘अहदे खून’ कहा गया है। यह प्लेटफॉर्म खुद को अली खामेनेई का अपमान करने वालों और उन्हें धमकी देने वालों से बदला लेने का जरिया बता रहा है। 7 जुलाई की शाम तक इस वेबसाइट ने ट्रंप की हत्या के इनाम के लिए 2 करोड़ डॉलर से अधिक राशि इकट्ठा कर ली थी, जो 8 जुलाई की सुबह तक 2.7 करोड़ डॉलर से भी ज्यादा हो चुकी थी। इस अभियान का घोषित लक्ष्य 10 करोड़ डॉलर का इनाम जुटाना है।
इस घटनाक्रम को अमेरिका के भीतर राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर खतरे के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि अमेरिका की ओर से अब तक इस धमकी पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस तरह की सार्वजनिक धमकियां अंतरराष्ट्रीय कानून और कूटनीतिक मर्यादाओं का खुला उल्लंघन हैं।
जावेद लारीजानी के इस बयान ने वैश्विक स्तर पर हलचल मचा दी है, खासकर ऐसे समय में जब पश्चिम एशिया में युद्ध जैसे हालात हैं और अमेरिका लगातार ईरान की गतिविधियों को लेकर सतर्कता बरत रहा है। ट्रंप के खिलाफ यह सीधी और आक्रामक धमकी न केवल उनकी सुरक्षा के लिए चिंता पैदा करती है, बल्कि अमेरिका-ईरान संबंधों को और अधिक खतरनाक मोड़ पर ले जा सकती है।
इस मामले पर निकट भविष्य में अमेरिका की कड़ी प्रतिक्रिया सामने आने की संभावना है, और यह घटना वैश्विक कूटनीति को भी प्रभावित कर सकती है।