झुंझुनूं, 22 अगस्त 2024: इस्लामपुर गांव में हुई रैली के दौरान लगाए गए कथित आपत्तिजनक नारे के मामले में नया मोड़ आ गया है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि रविंद्र मेघवाल को झूठा फंसाया जा रहा है। समिति ने एसपी से मिलकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
संघर्ष समिति का कहना है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही खबर गलत है। रविंद्र ने पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं बल्कि भारतीय संविधान जिंदाबाद का नारा लगाया था। इस घटना के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल है और दूसरे समुदाय के लोग अनुसूचित जाति के मोहल्लों में जाकर अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं।
जिला संयोजक बी एल बौद्ध ने बताया कि कल हुए भारत बंद के दौरान जिला शांतिपूर्ण बंद रहा। लेकिन इस झूठे आरोप के कारण गांव में दहशत फैल गई है। उन्होंने कहा कि रविंद्र को सुरक्षा प्रदान की जाए।
संघर्ष समिति ने एसपी को एक ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इस दौरान सह संयोजक डॉ कमल मीणा, कैलाश दास महाराज सारी, रामानंद आर्य, श्रीचंद, दिलीप डिग्रवाल, प्रदीप चंदेल, महेश मेघवाल जसरापुर, सुरेंद्र कटारिया, बाबूलाल गर्वा, अनिल बाडेटिया, सीताराम बास बुडाना सहित कई अन्य सदस्य मौजूद रहे।