सूरजगढ़: काजड़ा स्थित इंदिरा गांधी सार्वजनिक पार्क में मंगलवार को देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री भारत रत्न इंदिरा गांधी की जयंती पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित हुआ। राष्ट्रीय सरपंच संघ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंजू तंवर के नेतृत्व में हुए इस कार्यक्रम में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को भी उनकी जयंती पर नमन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने इंदिरा गांधी के ऐतिहासिक योगदान, 1971 युद्ध में निर्णायक नेतृत्व, बैंक राष्ट्रीयकरण, हरित क्रांति और उनके ‘लौह-महिला’ के रूप में विश्वभर में स्थापित छवि को याद किया।
काजड़ा स्थित पार्क में मौजूद लोगों ने इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर राष्ट्र के प्रति उनके अद्वितीय योगदान को नमन किया। इस दौरान मंजू तंवर ने बताया कि विश्व भारती विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में शिक्षा प्राप्त करने वाली इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदारी निभाई। विभाजन के समय उन्होंने दंगाग्रस्त क्षेत्रों में जाकर लोगों की मदद की और शरणार्थियों को राहत पहुंचाई।
आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने कहा कि नेहरू के साथ रहकर इंदिरा गांधी ने राजनीति का गहन अनुभव हासिल किया और 1966 में भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनीं। अपने नेतृत्व में उन्होंने न केवल भारतीय राजनीति को एक नई दिशा दी बल्कि विश्व मंच पर भी भारत की छवि मजबूत की।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने बताया कि इंदिरा गांधी के नेतृत्व में 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में ऐतिहासिक विजय मिली, जिसके बाद बांग्लादेश का निर्माण हुआ और विश्व की राजनीति में बड़ा परिवर्तन आया। उनके कार्यकाल में बैंकों का राष्ट्रीयकरण, हरित क्रांति को गति और निर्धन परिवारों के उत्थान के लिए 20 सूत्रीय कार्यक्रम जैसे फैसले भारतीय इतिहास को नई दिशा देने वाले रहे। गुटनिरपेक्ष आंदोलन में भी उनका नेतृत्व वैश्विक स्तर पर चर्चित रहा।
इंदिरा गांधी के साथ-साथ कार्यक्रम में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती भी समर्पण और श्रद्धा के साथ मनाई गई। वक्ताओं ने रानी लक्ष्मीबाई के साहस, शौर्य और अंग्रेजों के विरुद्ध उनके संघर्ष को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बताया।
कार्यक्रम में शिक्षाविद् अनिल जांगिड़, समाजसेवी मनजीत सिंह तंवर, सामाजिक कार्यकर्ता धर्मपाल गांधी, जगदीश प्रसाद सैन, सुरेश सिंह शेखावत, धीर सिंह नायक, प्रकाश मेघवाल, कपिल गुर्जर, छंगाराम मेघवाल, अशोक कुमावत और सुनील गांधी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे जिन्होंने इंदिरा गांधी और रानी लक्ष्मीबाई के जीवन से जुड़ी प्रेरणादायक घटनाओं पर विचार साझा किए।




