नई दिल्ली: शनिवार को देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो के बुकिंग सिस्टम में अचानक आई तकनीकी खराबी के चलते उड़ान और ग्राउंड सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गईं। इस खराबी के कारण न केवल उड़ानें प्रभावित हुईं, बल्कि हवाई अड्डों पर यात्रियों को भी काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। कई यात्री अपनी निर्धारित उड़ानें नहीं पकड़ पाए और घंटों तक एयरपोर्ट पर इंतजार करना पड़ा।
तकनीकी खराबी से प्रभावित उड़ान सेवाएं
इंडिगो ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर इस खराबी की जानकारी साझा की और बताया कि उनके नेटवर्क में अस्थायी रूप से सिस्टम में स्लोडाउन का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से वेबसाइट और बुकिंग सिस्टम में दिक्कतें आ रही हैं। एयरलाइन ने अपने बयान में कहा, “हमारे ग्राहकों को वेटिंग टाइम में वृद्धि और चेक-इन में देरी का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही एयरपोर्ट पर लंबी कतारें भी देखी जा सकती हैं।”
एयरलाइन द्वारा उठाए गए कदम
इंडिगो ने आश्वासन दिया कि उनकी एयरपोर्ट टीम यात्रियों की सहायता करने और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टीम जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। एयरलाइन ने यात्रियों को हो रही असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए उनकी समझदारी और धैर्य के लिए आभार जताया है।
सोशल मीडिया पर यात्रियों की प्रतिक्रियाएं
इस तकनीकी खराबी के बाद सोशल मीडिया पर यात्रियों की तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई यात्रियों ने एयरलाइन की सेवाओं पर नाराजगी जताई। एक यात्री ने लिखा, “नए विमानों में निवेश करना अच्छा है, लेकिन ग्राउंड सेवाओं को सुधारने की आवश्यकता है। एयरपोर्ट पर अतिरिक्त काउंटर नहीं होने से बुजुर्ग यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।”
एक अन्य यात्री ने लिखा, “हर बार फ्लाइट से जुड़ी तकनीकी दिक्कतें क्यों होती हैं? एयरलाइन को अपने सिस्टम को अपग्रेड करने की आवश्यकता है।”
कुछ यात्रियों ने तो भारतीय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। उनकी मुख्य चिंता एयरलाइन की ग्राउंड सेवाओं में सुधार और बेहतर कस्टमर केयर से संबंधित है।
घरेलू हवाई यातायात में वृद्धि, इंडिगो की मजबूत स्थिति
हालांकि, इस घटना के बीच, अगस्त 2024 की रिपोर्टों से यह स्पष्ट होता है कि देश में घरेलू हवाई यातायात में वृद्धि जारी है। अगस्त में यह यातायात 6 प्रतिशत बढ़कर 1.30 करोड़ से अधिक हो गया। इंडिगो ने इस क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखते हुए अपनी बाजार हिस्सेदारी को 40 बेसिस प्वाइंट्स (बीपीएस) बढ़ाकर 62.4 प्रतिशत तक पहुंचा लिया है।