वाशिंगटन, अमेरिका: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर की जान खतरे में है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) में कई सालों से मौजूद हल्की लीकेज अब बड़ी समस्या बन गई है। आईएसएस में 50 से अधिक दरारें पाई गई हैं, जिससे स्टेशन से हवा तेजी से निकल रही है।
नासा और रोस्कोमोस में मतभेद
नासा की एक लीक हुई रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसएस पर सभी अंतरिक्ष यात्री खतरे में हैं। रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोमोस ने भी इस बात की पुष्टि की है कि आईएसएस में माइक्रो वाइब्रेशन हो रहा है। हालांकि, नासा और रोस्कोमोस इस बात पर सहमत नहीं हैं कि समस्या की असल वजज क्या है।
सुनीता विलियम्स की स्थिति
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर जून से ही आईएसएस में हैं। इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के कारण उनके स्वास्थ्य को लेकर पहले से ही चिंताएं थीं। हालांकि, नासा ने हाल ही में बताया कि दोनों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित हैं।
नासा की चिंता
नासा इस स्थिति से काफी चिंतित है। एजेंसी ने आईएसएस को सुरक्षित बनाने के लिए कई उपाय किए हैं। नासा के अंतरिक्ष यात्री बॉब कैबाना ने कहा कि दोनों देश इस समस्या को लेकर चिंतित हैं और मिलकर इसका समाधान ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।
लौटने की उम्मीद
सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अगले साल फरवरी में पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। नासा उम्मीद कर रहा है कि तब तक इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा।
विशेषज्ञों की राय
अंतरिक्ष विशेषज्ञों का मानना है कि आईएसएस में लीकेज एक गंभीर समस्या है। अगर इस समस्या का समय रहते समाधान नहीं निकाला गया तो यह अंतरिक्ष यात्रियों के लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकता है।