असम: असम के दीमा हासाओ जिले के उमरांग्स कोयला खदान में हुए एक बड़े हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, खदान में पानी भरने से करीब 27 मजदूर फंस गए थे। यह हादसा खदान के ब्लॉक 19 में हुआ, जिसमें खदान में पानी भरने के कारण मजदूरों का फंसना और तीन की मौत हो गई। इस हादसे से इलाके में हड़कंप मच गया है। राहत और बचाव कार्य के लिए सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं।
तीन मजदूरों की मौत, बाकी की तलाश जारी
उमरांग्स में खदान के अंदर फंसे तीन मजदूरों की पहचान दरंग जिले के दलगांव के हुसैन अली, मुस्तफा अली और जाकिर हुसैन के रूप में की गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन में अब तक 17 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है, जबकि कुछ अन्य अभी भी खदान में फंसे हुए हैं। घटनास्थल पर राहत कार्य जारी है, जिसमें सेना और एनडीआरएफ की टीमें मदद कर रही हैं।
खदान में पानी भरने से हादसा हुआ
इस घटनाक्रम के बारे में जानकारी के अनुसार, शनिवार सुबह करीब 7 बजे मजदूर खदान में कार्य करने के लिए गए थे। लेकिन कुछ ही देर बाद खदान में पानी भरने से कई मजदूर फंस गए। घटनास्थल पर मदद के लिए कई अधिकारी और रेस्क्यू टीमें पहुंच गई हैं। राहत कार्य तेजी से चलाया जा रहा है, लेकिन पानी की भराव स्थिति और खदान की गहराई के कारण बचाव कार्य में कठिनाई आ रही है।
मजदूरों की पहचान
खदान में फंसे मजदूरों की पहचान नेपाल के गंगा बहादुर श्रेष्ठ, दरांग के हुसैन अली, जाकिर हुसैन और मुस्तफा अली, कोकराझार के सरपा बर्मन, खुची मोहन रॉय, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के संजीत सरकार, दिमा हासाओ और सोनितपुर के लिदान मागर के रूप में की गई है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जताई चिंता
घटना के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अपनी चिंता जताई और कहा कि वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि सभी मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से घटनास्थल पर पहुंचने की अपील की थी और साथ ही दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दिए हैं।
सीएम के बयान
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “यह एक दुखद घटना है। हमारी प्राथमिकता राहत और बचाव कार्य को तेज़ी से करना है। सभी मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।”