नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हालिया टिप्पणियों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। उनके बयान कि ‘अगर बंगला जलता है, तो असम और दिल्ली भी जलेंगे’ ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को गुस्से में डाल दिया है। सरमा ने ममता के बयान की आलोचना करते हुए उन्हें सीधे तौर पर चुनौती दी है।
ममता बनर्जी का बयान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस की छात्र शाखा के स्थापना दिवस समारोह में कहा था कि यदि बंगाल में स्थिति बिगड़ती है, तो उसका प्रभाव असम और दिल्ली पर भी पड़ेगा। उन्होंने यह बयान उस संदर्भ में दिया था जब राज्य में बंद (हड़ताल) के दौरान हिंसा और विरोध प्रदर्शन हो रहे थे, जिनमें से एक ‘नबन्ना अभिजन’ विरोध मार्च भी था। ममता ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह इन घटनाओं के पीछे है और उन्होंने अपनी पार्टी के छात्र wing की कार्यकर्ताओं को हिंसा और विरोध को लेकर आगाह किया था।
हिमंत बिस्वा सरमा की प्रतिक्रिया
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ममता बनर्जी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। सरमा ने ट्विटर पर ममता को अपनी “विफलता की राजनीति” के लिए आड़े हाथों लिया और कहा कि ममता अपनी विफलता को छिपाने के लिए विभाजनकारी भाषा का प्रयोग कर रही हैं। उन्होंने लिखा, “दीदी (ममता बनर्जी), असम को धमकाने की आपकी हिम्मत कैसे हुई? हमें अपनी लाल आंखें मत दिखाइए। अपनी विफलता की राजनीति से भारत में आग लगाने की कोशिश मत कीजिए। विभाजनकारी भाषा बोलना आपको शोभा नहीं देती।”
कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस की पृष्ठभूमि
पश्चिम बंगाल सरकार इन दिनों कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर कड़ी आलोचना का सामना कर रही है। इस मामले में ममता बनर्जी की सरकार को बड़े पैमाने पर विरोध और आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। आलोचकों का कहना है कि सरकार मामले की गंभीरता को समझने में विफल रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई में ढिलाई बरती है।