सिंघाना: थाना क्षेत्र में फायरिंग कर जानलेवा हमला करने के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। गांव डूमोली कलां में हुई इस वारदात में मुख्य आरोपी मनोज दौराता और उसे अवैध हथियार उपलब्ध कराने वाला सुमित गुर्जर पुलिस गिरफ्त में आ चुका है। इस कार्रवाई में घटना में प्रयुक्त देशी कट्टा भी बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार यह हमला पुरानी आपसी रंजिश के चलते किया गया था, जिसमें परिवादी की जान बाल-बाल बची।
खेत में बैठा था परिवादी, अचानक हुई फायरिंग
पुलिस के अनुसार परिवादी विनोद कुमार, निवासी डूमोली कलां, 14 दिसंबर 2025 को अपने गांव के मोहनलाल कुमावत के खेत में बैठा हुआ था। इसी दौरान उसी गांव का मनोज दौराता मौके पर पहुंचा और अचानक जान से मारने की नीयत से फायरिंग कर दी। गोली विनोद कुमार की गर्दन को छूते हुए निकल गई, जिससे वह घायल हो गया, जबकि आरोपी मौके से फरार हो गया।
पुरानी रंजिश में रची गई हत्या की साजिश
जांच में सामने आया कि मनोज दौराता और विनोद कुमार के बीच पहले से आपसी रंजिश चली आ रही थी। इसी रंजिश के चलते आरोपी ने बदले की भावना से जानलेवा हमला किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू किया।
अवैध हथियार के साथ मुख्य आरोपी गिरफ्तार
पुलिस टीम ने 15 दिसंबर 2025 को आरोपी मनोज दौराता, उम्र 26 वर्ष, निवासी डूमोली कलां, को दस्तयाब कर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त अवैध देशी कट्टा बरामद किया गया। इसके बाद उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
हथियार सप्लायर सुमित भी गिरफ्त में
अनुसंधान के दौरान मनोज दौराता ने खुलासा किया कि उसे यह अवैध हथियार भोदन निवासी सुमित गुर्जर से मिला था। पुलिस ने इस सूचना के आधार पर 18 दिसंबर 2025 को सुमित गुर्जर, उम्र 26 वर्ष, निवासी भोदन, को गिरफ्तार किया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार सुमित पहले भी अवैध कारतूस उपलब्ध कराने के मामले में वांछित चल रहा था। उसे भी न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में हुई त्वरित कार्रवाई
इस पूरे प्रकरण में झुंझुनूं पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए आरोपियों को दबोच लिया। पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र सिंह राजावत के मार्गदर्शन और वृताधिकारी नोपाराम भाकर के सुपरविजन में सिंघाना थाना पुलिस की विशेष टीम गठित की गई। टीम का नेतृत्व थानाधिकारी सुगन सिंह ने किया, जिन्होंने गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू करवाई।
पुलिस टीम की भूमिका
इस कार्रवाई में सिंघाना थाना पुलिस की टीम ने अहम भूमिका निभाई, जिसमें महेश कुमार, अजय भालोठिया, अमित कुमार, भरत और धिरेन्द्र शामिल रहे। पुलिस का कहना है कि क्षेत्र में अवैध हथियार रखने और आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त अभियान आगे भी जारी रहेगा।





