अरविंद केजरीवाल के फोटो को लेकर विवाद खड़ा हो गया है, जब उनकी तस्वीर भगत सिंह और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की तस्वीरों के बीच लगाई गई। यह विवाद उनके फोटोग्राफ अद्यतन के बाद हुआ, जो किसी भी समाचार पत्र और सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से चर्चा का विषय बन गया है।
भगत सिंह के पोते, यादविंदर सिंह संधू, ने इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) को गृहीत किया और कहा कि यह गलत है। उन्होंने अपने विवादास्पद फोटो को देखने के बाद अपनी आपत्ति व्यक्त की और कहा कि उन्हें अफसोस भी हुआ। उन्होंने यह भी जताया कि अरविंद केजरीवाल को महान व्यक्तियों के साथ अपनी तुलना करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए थी।
संधू ने जारी किए गए बयान में कहा, “आज सुबह सुनीता केजरीवाल का एक वीडियो और उसे देखने के बाद बहुत बुरा लगा। हमें उस पर अफसोस भी हुआ। उसमें भगत सिंह और भीम राव अंबेडकर के साथ अरविंद केजरीवाल का फोटो बीच में लगा था। उनकी तुलना इस दौरान शहीद-ए-आजम और बाबा साहब के साथ करने की कोशिश की गई। यह देखकर बहुत बुरा लगा। यह गलत है। आप को ऐसा नहीं करना चाहिए।”
इस संदर्भ में, भगत सिंह के पोते के मुताबिक, किसी भी नेता या पार्टी को उन महान व्यक्तियों के साथ अपनी तुलना नहीं करनी चाहिए। वह कहते हैं कि राजनीतिक रूप से व्यक्तिगत राजनीति करने में कोई हानि नहीं है, लेकिन ऐसा करके उनके सम्मान को नुकसान पहुंचाना गलत है।
यह विवाद न केवल यादविंदर सिंह संधू की ओर से है, बल्कि अन्य राजनीतिक दलों द्वारा भी उठाया गया है। इसमें भाजपा के पक्षधरों ने भी अरविंद केजरीवाल को घेरा है।