चिड़ावा, 23 मई: अरड़ावता में पानी के संकट से जूझ रहे ग्रामीणों ने आज सुबह रास्ता जाम कर दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण चिड़ावा-सुल्ताना सड़क मार्ग पर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। ग्रामवासी अरड़ावता में जलापूर्ति न होने से नाराज थे।
गांव के राजेश थाकन ने बताया कि पिछले 2 वर्ष से गांव के लोग पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जलदाय विभाग के अधिकारियों को कई बार समस्या से अवगत करवाया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
4 दिन पहले गांव के राजेश बुडानिया ने पानी की टंकी पर चढ़ कर विरोध प्रदर्शन करते हुए इस समस्या को उठाया था। तब प्रशासन मौके पर पहुंचा था और शीघ्र समाधान का आश्वासन ग्रामीणों को दिया था।
आज रास्ता रोक कर बैठे ग्रामीणों में इस बात को लेकर भी आक्रोश था कि प्रशासन और जलदाय विभाग द्वारा समस्या के समाधान दिशा में तो कोई कार्रवाई की नहीं, बल्कि गांव की जायज मांग के लिए संघर्ष कर रहे राजेश बुडानिया के विरुद्ध जलदाय विभाग ने राजकार्य में बांधा का मुकदमा लगा दिया।
रास्ता जाम करने की सूचना पर पीएचईडी एईएन अशोक पलसानिया, जेईएन निरमा और चिड़ावा सीआई विनोद सामरिया मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से बात की। एईएन पलसानिया ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि शुक्रवार से 4 टैंकर पानी गांव की पानी की टंकी में नियमित डलवाए जायेंगे। इसके अलावा 3 ट्यूबवेल के लिए प्रस्ताव बना कर राज्य सरकार को भेजा जाएगा जिसे आचार संहिता के बाद स्वीकृत करवाने का प्रयास भी किया जायेगा। अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने अपना धरना वापस ले लिया।
ये रहे मौजूद
चिड़ावा सुल्ताना मार्ग पर रास्ता रोक कर धरना दे रहे ग्रामीणों में अमीलाल थाकन, दयानन्द बुडानिया, बसन्त मेघवाल, अनूप राजपूत, प्यारेलाल थाकन, राजेश बुडानिया, सुभाष मेघवाल, राजेश थाकन, विजय बुडानिया, चिंकी थाकन, शान्ति देवी, किरण देवी, संतरा देवी, अमृता देवी, गुलाबो देवी, विमला देवी, प्रियंका देवी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।