कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर कहा है कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। पायलट ने प्राण प्रतिष्ठा में न्योता मिलने के सवाल पर कहा कि उन्हें इसकी जरूरत नहीं है और जब मन होगा तब जाएंगे। उन्होंने कहा कि धार्मिक और भावनात्मक मुद्दे की बजाय, किसान, गरीबी और महंगाई जैसे मुद्दों पर बात होनी चाहिए।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा, ‘मुझे अपनी आस्था प्रकट करने और मंदिर में दर्शन के लिए किसी के न्योते की जरूरत नहीं है। मेरा जब मन करेगा जाऊंगा। देश के सभी तीर्थों पर हमारे साथी जाते हैं, ये भावनात्मक और धार्मिक मुद्दा है, इस पर राजनीति करना गलत है। राजनीति किसानों, गरीब, आर्थीक नीति, महंगाई पर करें। आज की वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दाम आधे हो गए हैं लेकिन भारत सरकार दाम कम नहीं कर रही है।’
पायलट ने कहा कि भाजपा धर्म के नाम पर वोट की राजनीति करना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। पायलट ने कहा, ‘आपने लोकलुभावने वादे किए। देश में 80 करोड़ लोगों को आप सस्ता भोजन उपलब्ध करा रहे हैं और आप कहते हैं कि हम विकसित हो गए। भाजपा कुछ काम करे तो वह योगदान है, श्रमदान है, अच्छी नीति है और बाकी पार्टियां करे तो वह रेवड़ी है। मुद्दों पर चर्चा हो, मुद्दों पर चुनाव हो हम सब उसके लिए तैयार है। भावनात्म मुद्दों पर राजनीति करके वोट बटोरने का काम हो रहा है वह गलत है। मुझे नहीं लगता बहुत ज्यादा फर्क पड़ेगा। आस्था का विषय व्यक्तिगत निर्णय है। हम सब भगवान राम को मानते हैं और मानते रहेंगे। लेकिन बीजेपी जिस तरह लाभ लेना चाहती है, मैं उसको गलत मानता हूं।’