Monday, February 24, 2025
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अमेरिका में अवैध तरीके से दाखिल हुए 104 भारतीयों की वतन वापसी, विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा

नई दिल्ली: अमेरिका से अवैध तरीके से दाखिल हुए 104 भारतीयों की वतन वापसी बुधवार को अमृतसर हवाई अड्डे पर हुई। अमेरिकी सेना का विमान इन भारतीय नागरिकों को लेकर भारत आया और अमृतसर में इनकी वापसी हुई। इस मामले को लेकर विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में विरोध जताया और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।

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विपक्ष का विरोध और संसद में हंगामा

विपक्षी सांसदों ने इस घटना को लेकर जमकर विरोध किया। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “जिस तरह से यह किया गया, हम उसका विरोध कर रहे हैं। उनके पास इन लोगों को निर्वासित करने का कानूनी अधिकार है, लेकिन उन्हें सैन्य विमान में हथकड़ी लगाकर भेजना भारत का अपमान है। यह भारतीयों की गरिमा का अपमान है।” कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव और कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह सहित कई विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में हथकड़ी पहनकर विरोध प्रदर्शन किया।

प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इस घटना पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या हमें अपने विमान से इन भारतीयों को वापस नहीं लाना चाहिए था? क्या इंसानों के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है? उन्हें हथकड़ी और बेड़ियां पहनाकर वापस भेजना भारत के लिए अपमानजनक है। विदेश मंत्री और प्रधानमंत्री को इस पर जवाब देना चाहिए।”

राज्यसभा में सरकार का पक्ष रखने को तैयार एस जयशंकर

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मामले पर राज्यसभा में सरकार का पक्ष रखने का निर्णय लिया है। इस दौरान यह सवाल भी उठा कि क्या भारत को इस तरह के मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया नहीं देनी चाहिए थी और क्या यह भारत के कूटनीतिक रुख पर सवाल नहीं खड़ा करता है।

सपा और कांग्रेस ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया

सपा और कांग्रेस ने लोकसभा में कार्य स्थगन का प्रस्ताव पेश किया, जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की गई। कांग्रेस सांसद गोगोई ने कहा, “इन व्यक्तियों को निर्वासन के दौरान बेड़ियों में जकड़ा जाना और उनके साथ अपमानजनक व्यवहार किए जाने की खबरें सामने आई हैं, जो उनकी मानवीय गरिमा और अधिकारों के खिलाफ है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार की चुप्पी, खासकर प्रधानमंत्री की तरफ से कोई ठोस प्रतिक्रिया न मिलना, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय है।

अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों में हरियाणा के लोग शामिल

अमेरिका से लौटने वालों में से 33 लोग हरियाणा के हैं, जिनमें सबसे ज्यादा 11 लोग कैथल जिले से हैं। इनमें सात लोग 20 साल से कम उम्र के हैं, और तीन महिलाएं भी शामिल हैं। यह मामला 6 फरवरी को संसद में भी उठाया गया, और सरकार से इस पर प्रतिक्रिया देने की मांग की गई।

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