अमेरिका: अमेरिका और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को लेकर आयोजित US-India Strategic Partnership Forum (USISPF) में अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लटनिक ने भारत के साथ संबंधों पर महत्वपूर्ण वक्तव्य दिया। उन्होंने भारत की खुले दिल से सराहना की और भविष्य में दोनों देशों के बीच मजबूत व्यापारिक समझौते की संभावना जताई।
“भारत का बड़ा प्रशंसक हूं” – लटनिक
हॉवर्ड लटनिक ने मंच से भारत के प्रति अपने गहरे जुड़ाव को साझा करते हुए कहा,
“मैं भारत का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं और यह बात भारत सरकार के लोग भी जानते हैं। मेरे सबसे अच्छे दोस्तों में से एक निकेश अरोड़ा भारतीय हैं। जब मैं भारत जाता था, तो हम हाउस पार्टीज में जाते थे, क्रिकेट खेलते थे और बहुत मजा करते थे। भारत में बिताया समय मेरे लिए एक खास अनुभव रहा है।”

लटनिक की यह टिप्पणी भारत के साथ उनके व्यक्तिगत अनुभवों की गर्मजोशी को दर्शाती है, जो द्विपक्षीय संबंधों को और सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
मोदी-ट्रंप संबंधों को बताया “दुर्लभ”
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंधों पर बोलते हुए लटनिक ने कहा,
“डोनाल्ड ट्रंप हमारे प्रशासन में ऐसे इकलौते नेता हैं जिन्हें पूरे अमेरिका की जनता ने चुना, ठीक वैसे ही जैसे भारत में नरेंद्र मोदी को पूरे देश का जनादेश मिला है। दुनिया में ऐसे नेता बहुत कम हैं जिन्हें अपने देश की जनता ने इतने बड़े पैमाने पर चुना हो। इसी कारण उनका आपसी रिश्ता बेहद मजबूत और खास है।”
यह बयान दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व के बीच सामंजस्य को रेखांकित करता है, जो द्विपक्षीय वार्ताओं और नीतिगत तालमेल में सहायक होता है।
जल्द हो सकता है अमेरिका-भारत व्यापार समझौता
हॉवर्ड लटनिक ने मंच से यह स्पष्ट संकेत दिया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता अब ज्यादा दूर नहीं है।
“जो देश जल्दी कदम उठाते हैं, उन्हें बेहतर सौदे मिलते हैं। मुझे लगता है कि भारत भी ऐसा ही कर रहा है और मैं इसकी सराहना करता हूं। पहले इस तरह के समझौते बनने में दो-तीन साल लगते थे, लेकिन हम अब कोशिश कर रहे हैं कि इन्हें एक महीने में पूरा करें। यह देशों के बीच सामान्य व्यापार प्रक्रिया से अलग है।”
उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों को ऐसा रास्ता मिल गया है जो “विन-विन सिचुएशन” है और इससे द्विपक्षीय व्यापार को नई ऊंचाइयां मिल सकती हैं।

मजबूत राजनीतिक रिश्तों से आसान होती हैं व्यापार वार्ताएं
व्यापार वार्ताओं की प्रक्रिया पर टिप्पणी करते हुए लटनिक ने कहा,
“मोदी और ट्रंप के बीच मजबूत राजनीतिक रिश्तों के चलते दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ताएं आसान हो जाती हैं। हम जब बातचीत शुरू करते हैं, तो माहौल पहले से ही सकारात्मक होता है। इससे बातचीत तेजी से आगे बढ़ती है और समाधान जल्दी निकलता है।”
उनके अनुसार राजनीतिक स्तर पर सुदृढ़ता का सीधा प्रभाव नीति निर्माण और व्यापारिक फैसलों की गति पर पड़ता है।