अमेरिका: अमेरिका ने भारत पर लगाए गए 26% रेसिप्रोकल टैरिफ को लेकर 90 दिनों की पॉज की घोषणा की है। यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लिया गया, जो पहले 2 अप्रैल 2025 से टैरिफ लागू करने की योजना में थे। अब यह शुल्क 9 जुलाई 2025 तक निलंबित रहेगा। इस निर्णय के बाद भारत सरकार की प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें व्यापार मंत्री पीयूष गोयल ने भारत के दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया।

पीयूष गोयल: “हम बंदूक की नोक पर डील नहीं करते”
दिल्ली में आयोजित इटली-भारत व्यापार, विज्ञान और टेक्नोलॉजी फोरम के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा:
“भारत कभी भी बंदूक की नोक पर किसी देश के साथ बातचीत नहीं करता। हम अनुकूल समय का इंतजार करते हैं और तब तक कोई फैसला नहीं लेते जब तक अपने देश और लोगों के हित सुरक्षित नहीं कर लेते।”
गोयल ने यह भी बताया कि भारत अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और अन्य देशों के साथ व्यापार समझौतों पर सक्रियता से कार्य कर रहा है। उन्होंने ‘इंडिया फर्स्ट’ की भावना को प्राथमिकता बताते हुए कहा कि 2047 तक विकसित भारत की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का यह हिस्सा है।
एस जयशंकर ने भी जताई तत्परता
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कार्नेगी ग्लोबल टेक्नोलॉजी समिट में कहा:
“भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौते की दिशा में हाई लेवल तत्परता रखता है।”
इसके अलावा, सोमवार को जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें दोनों देशों ने जल्द से जल्द द्विपक्षीय व्यापार समझौता (Bilateral Trade Agreement – BTA) को अंतिम रूप देने पर सहमति जताई। दोनों देश अपने वर्तमान व्यापार आंकड़े 191 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य बना चुके हैं।

क्या है रेसिप्रोकल टैरिफ?
रेसिप्रोकल टैरिफ वह शुल्क होता है जो किसी देश द्वारा दूसरे देश के उत्पादों पर समान रूप से लगाया जाता है, जब दूसरा देश पहले ऐसा करता है। अमेरिका द्वारा 26% रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा ने भारत-अमेरिका व्यापारिक संबंधों में तनाव पैदा किया था, जिसे अब 90 दिनों की मोहलत के साथ कुछ हद तक शांति मिली है।
भारत-अमेरिका व्यापार का भविष्य
- वर्ष 2023 में भारत-अमेरिका व्यापार का आँकड़ा 191 बिलियन डॉलर तक पहुँचा।
- दोनों देश अब 500 बिलियन डॉलर तक का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
- बीटीए (Bilateral Trade Agreement) पर बातचीत तेज गति से चल रही है।