अमृतसर, पंजाब: हिमाचल प्रदेश की बसों को एक बार फिर पंजाब में निशाना बनाया गया है। इस बार अमृतसर बस स्टैंड पर हिमाचल रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एचआरटीसी) की चार बसों पर हमला किया गया। बसों के शीशे तोड़े गए और उन पर ‘खालिस्तान’ लिख दिया गया। इस घटना के बाद हिमाचल प्रदेश की बसों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
सीएम सुक्खू के आश्वासन के बावजूद जारी हमले
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के आश्वासन के बावजूद पंजाब में एचआरटीसी की बसों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इससे पहले भी संगरूर, मोहाली और होशियारपुर में हिमाचल की बसों पर हमले हो चुके हैं। इस घटना के बाद एक बार फिर दोनों राज्यों के बीच सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।

कैसे हुआ हमला?
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार रात अमृतसर बस स्टैंड पर खड़ी बिलासपुर, ऊना, देहरा और हमीरपुर डिपो की बसों पर हमला किया गया। तीन बसों के फ्रंट शीशे तोड़ दिए गए और एक बस पर खालिस्तान लिखा गया। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि बस की ड्राइवर साइड की खिड़की पर पंजाबी में ‘खालिस्तान’ लिखा हुआ है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
हमीरपुर में एचआरटीसी के डिविजन मैनेजर राज कुमार पाठक ने बताया कि बिलासपुर, देहरा और ऊना की बसों के शीशे तोड़े गए, जबकि हमीरपुर डिपो की बस पर खालिस्तान लिखा गया। उन्होंने कहा कि इस घटना की सूचना तुरंत उच्च अधिकारियों को दे दी गई है। परिवहन मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा सत्र के दौरान बताया कि इस घटना को लेकर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया गया है और एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
हिमाचल प्रदेशः HRTC बसों को नहीं मिली सुरक्षा. अब पंजाब के अमृतसर बस स्टैंड पर शीशे तोड़े और खालिस्तान लिखा. @CMOFFICEHP @CMOFFICEHP #hrtc pic.twitter.com/GVDDXDXe6Z
— Vinod Katwal (@Katwal_Vinod) March 22, 2025
पंजाब पुलिस की भूमिका पर सवाल
पंजाब पुलिस ने पहले भी सुरक्षा का आश्वासन दिया था, लेकिन लगातार हो रही घटनाओं के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने चिंता जताई है। डिप्टी सीएम ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की लगभग 600 बसें पंजाब से होकर गुजरती हैं। इसके बावजूद सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न होने से एचआरटीसी के स्टाफ में भय का माहौल है।

खालिस्तानी विवाद की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश और पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों के बीच विवाद पहले से ही चल रहा है। कुल्लू में खालिस्तानी झंडे हटाए जाने के बाद यह तनाव और बढ़ गया। इससे पहले संगरूर और मोहाली में भी हिमाचल की बसों को निशाना बनाया गया था।
सीएम सुक्खू और भगवंत मान की बातचीत
सीएम सुक्खू ने इस मामले को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से भी बात की थी। पंजाब के डीजीपी ने बसों को सुरक्षा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन अमृतसर की ताजा घटना ने सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।