जयपुर, 22 अगस्त 2024: आज पूरे देश में कांग्रेस पार्टी ने अडानी महाघोटाले की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से करवाने और सेबी चेयरपर्सन को पद से हटाने की मांग को लेकर व्यापक प्रदर्शन किया। राजस्थान में, इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने की, जहां जयपुर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।
जयपुर में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
जयपुर में आयोजित इस विरोध-प्रदर्शन में कांग्रेस के सांसदों, विधायकों, प्रदेश पदाधिकारियों, और सांसद व विधायक प्रत्याशियों के साथ-साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। यह प्रदर्शन भाजपा सरकार और उसके नेताओं के खिलाफ कांग्रेस के गुस्से का प्रतीक था, जिसमें अडानी महाघोटाले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।
प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा का सम्बोधन
धरने में उपस्थित कांग्रेस कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने भाजपा सरकार की नीतियों पर करारा हमला किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार की हालत अत्यंत अजीब और असहज है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री की मंत्री नहीं मानते, मंत्रियों की विधायक नहीं सुन रहे, और विधायकों की जनता नहीं मान रही।”
डोटासरा ने राज्य सरकार की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह समझना मुश्किल हो रहा है कि आखिर सरकार चला कौन रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार की दिशा और दशा का कोई पता नहीं चल रहा है, और प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं रह गई है।
भाजपा के आंतरिक कलह और समझौतों पर कटाक्ष
डोटासरा ने भाजपा के आंतरिक कलह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ अपमानजनक व्यवहार हो रहा है। उन्होंने एक वरिष्ठ भाजपा नेता का जिक्र करते हुए कहा, “अब तो भाजपा द्वारा इन नेताजी को हाजिरी लगाकर प्रताड़ित करने का भी कार्य किया गया।”
उन्होंने भाजपा द्वारा किए गए समझौतों की कड़ी आलोचना की, खासकर हरियाणा और मध्यप्रदेश के साथ हुए जल समझौतों को लेकर। डोटासरा ने कहा कि इन समझौतों से राजस्थान के हितों पर कुठाराघात किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने राजस्थान के पानी पर अधिकार कटौती का कार्य किया है, जो प्रदेश की जनता के हितों के खिलाफ है।
जल विवाद और समझौतों पर चिंता
डोटासरा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने हरियाणा और मध्यप्रदेश के साथ जल समझौतों में राजस्थान के हितों की अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा किए गए इन समझौतों से राजस्थान को मिलने वाले पानी में कमी होगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने इन समझौतों से प्रदेश को मूल समझौते में वर्णित मात्रा से कम पानी दिया है, जिससे राजस्थान के हितों पर चोट पहुंची है।
डोटासरा ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा की गई यह नीतिगत गलतियां और जल विवाद के मुद्दे भाजपा की विफलता को उजागर करते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोग इन समझौतों से असंतुष्ट हैं और भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।