Sunday, December 7, 2025
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“सांसें अटकी थीं, उम्मीदें टूटीं…” पिलानी CHC में डॉक्टरों ने किया चमत्कार, गर्भ में उल्टे 3 किलो के बच्चे को दी नई जिंदगी!

पिलानी, झुंझुनूं: पिलानी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में बुधवार की रात उस वक्त इतिहास रचा गया, जब डॉक्टरों की एक टीम ने लगभग असंभव को संभव कर दिखाया। एक बेहद जटिल प्रसव (उल्टा बच्चा) के मामले में, डॉक्टरों ने न केवल 3 किलो के स्वस्थ बच्चे की सुरक्षित डिलीवरी कराई, बल्कि जच्चा-बच्चा दोनों को एक नया जीवन भी दिया। यह खबर सरकारी अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं पर भरोसे को और मजबूत करती है और पिलानी क्षेत्र के लिए एक बड़ी खुशखबरी है।

आधी रात की चुनौती और डॉक्टरों का जज्बा

दिनांक 17 सितंबर 2025 की रात, भगिना निवासी पवन की पत्नी सपना को प्रसव पीड़ा के साथ सीएचसी पिलानी में भर्ती कराया गया। जांच में पता चला कि यह एक जटिल मामला है, जिसमें गर्भ में बच्चा उल्टा (Breech Position) था। ऐसे मामलों में अक्सर बड़े ऑपरेशन या रेफरल की नौबत आ जाती है, और जोखिम भी अधिक होता है। इस चुनौतीपूर्ण स्थिति ने अस्पताल के स्टाफ को अलर्ट पर ला दिया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी।

विशेषज्ञ टीम का सफल प्रयास, गूंजी किलकारी

यह सफल प्रसव महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. कल्पना के कुशल नेतृत्व और उनकी टीम के अथक प्रयासों का परिणाम था। इस जीवन-रक्षक अभियान में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास कुमार बड़सरा, नर्सिंग अधीक्षक हरेंद्र कुमार शर्मा, डॉ. ध्रुव और डॉ. राजेश नांगलिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनके साथ ही नर्सिंग ऑफिसर कमलेश, सरोज, सुमन, निर्मला भास्कर और मंजू का अनुभव और सूझबूझ काम आया। डेटा ऑपरेटर गजेश सैनी ने भी इस दौरान प्रशासनिक कार्यों में पूरा सहयोग दिया। पूरी टीम के समन्वित प्रयास से सपना ने एक स्वस्थ शिशु को सफलतापूर्वक जन्म दिया, और अस्पताल में खुशी की लहर दौड़ गई।

पिलानी सीएचसी: भरोसे और सेवा का केंद्र

सीएचसी प्रभारी एवं बीसीएमओ डॉ. राजेंद्र प्रसाद के मार्गदर्शन में यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र के लोगों के लिए एक वरदान साबित हो रहा है। यहां प्रतिदिन 400 से 500 मरीजों की ओपीडी होती है और नियमित रूप से प्रसव भी करवाए जाते हैं। इस सफल जटिल प्रसव ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि राजस्थान की स्वास्थ्य सेवाएं सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं और सरकारी अस्पतालों में भी उच्च गुणवत्ता वाला इलाज संभव है।

परिवार ने कहा- “डॉक्टर भगवान का रूप हैं”

सपना और नवजात शिशु दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं। प्रसूता के पति पवन और उनके परिवार ने इस सफलता पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने संस्था प्रभारी डॉ. राजेंद्र प्रसाद और ऑपरेशन को अंजाम देने वाली पूरी मेडिकल टीम का तहे दिल से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि डॉक्टरों और स्टाफ ने भगवान का रूप बनकर उनके परिवार की खुशियां लौटाई हैं।

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