अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति स्पष्ट करने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की यूरोपीय यात्रा
नई दिल्ली: भारत ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर आतंकवाद के विरुद्ध अपना सख्त रुख स्पष्ट किया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में एक सर्वदलीय नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने फ्रांस से छह यूरोपीय देशों की यात्रा आरंभ की। इस दौरे का उद्देश्य है – दुनिया को भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा पर रुख से अवगत कराना।
भारत चाहता है शांति, पर “निर्दोष जान की कीमत पर नहीं”
यात्रा के प्रारंभ में फ्रांस में भारतीय राजदूत संजीव श्रृंगला ने प्रतिनिधिमंडल को ब्रीफ किया। इसके पश्चात, रविशंकर प्रसाद ने स्पष्ट रूप से कहा –
“भारत शांति और सौहार्द का पक्षधर है, लेकिन निर्दोष भारतीयों की जान की कीमत पर नहीं। पहलगाम जैसे बर्बर हमलों की कीमत चुकानी पड़ेगी। आतंकवाद एक वैश्विक कैंसर है, इसके खिलाफ दुनिया को एक स्वर में बोलना होगा।”

फ्रांस-भारत: एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य पंकज सरन ने फ्रांस को भारत का “सबसे विश्वसनीय साझेदार” बताया। उन्होंने कहा –
“आतंकवाद के खिलाफ सहयोग और रक्षा-सैन्य संबंध भारत-फ्रांस के रिश्तों की मजबूत नींव हैं।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर ने चेताया कि अगर दुनिया ने परमाणु संपन्न सैन्य शासित देशों द्वारा प्रायोजित आतंकवाद को गंभीरता से नहीं लिया, तो यह उनके नागरिकों के साथ अन्याय होगा।
आतंकवाद को पनाह देने वालों के प्रति भारत का स्पष्ट रुख
दक्षिण कोरिया, कतर, गुयाना, स्लोवेनिया, कुवैत और कांगो में भी भारतीय प्रतिनिधिमंडल सक्रिय है।
दक्षिण कोरिया में सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व वाले दल ने स्पष्ट किया कि –
“अब भारत आतंकियों और उन्हें समर्थन देने वाले देशों के बीच कोई अंतर नहीं करेगा।”
सलमान खुर्शीद ने कहा कि –
“जम्मू-कश्मीर शांति और विकास की ओर अग्रसर था, जिससे सीमापार के तत्व विचलित हो गए।”
तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि –
“जो भी पाकिस्तान को समर्थन देता है, वह दरअसल आतंक को समर्थन दे रहा है।”
कतर ने भारत के रुख का किया समर्थन
सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कतर के आंतरिक व विदेश मंत्रियों से मुलाकात की।
अनुराग ठाकुर ने बताया –
“कतर ने भारत के आतंकवाद विरोधी दृष्टिकोण को समर्थन दिया है।”

गुयाना और पनामा की यात्रा: सिंधु जल संधि पर चर्चा
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में गुयाना पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने वहां के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव और प्रधानमंत्री मार्क फिलिप से मुलाकात की। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और सिंधु जल संधि पर भारत की स्थिति को विस्तार से बताया। गुयाना ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का समर्थन दोहराया।
स्लोवेनिया, कुवैत, कांगो में भी भारत का कड़ा रुख
- सांसद कनीमोरी के नेतृत्व में स्लोवेनिया में कूटनीतिक संवाद हुआ।
- बैजयंत जय पांडा की अगुवाई में कुवैत में भारत ने सीमापार आतंकवाद से निपटने के प्रयासों को साझा किया।
- श्रीकांत शिंदे के प्रतिनिधिमंडल ने कांगो में सार्थक वार्ता की।