नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष उत्साही और विज्ञान प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण अनिश्चितकाल के लिए टल गया है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के पहले निजी अंतरिक्ष मिशन पर जाने का सपना फिलहाल अधूरा रह गया है। स्पेसएक्स (SpaceX) और एक्सिऑम स्पेस (Axiom Space) द्वारा संयुक्त रूप से संचालित Axiom-4 (Ax-4) मिशन को लिक्विड ऑक्सीजन (LOx) लीक के कारण अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।

क्या था Axiom-4 (Ax-4) मिशन?
Axiom-4 मिशन एक निजी अंतरिक्ष यात्रा कार्यक्रम है, जिसे Axiom Space द्वारा डिजाइन किया गया है। इसमें अमेरिका, इटली और तुर्किये के अंतरिक्ष यात्रियों के साथ भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भी शामिल थे। इस मिशन का उद्देश्य इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर जाकर वैज्ञानिक अनुसंधान, तकनीकी परीक्षण और व्यावसायिक गतिविधियों को अंजाम देना था।
Ax-4 मिशन भारत के लिए इस मायने में भी खास था कि यह पहला मौका था जब कोई भारतीय, सरकारी एजेंसी ISRO के माध्यम से नहीं बल्कि एक निजी मिशन के जरिए अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरता।
क्यों टला मिशन?
स्पेसएक्स ने लॉन्च से पहले Falcon 9 रॉकेट के बूस्टर का पोस्ट-स्टैटिक फायर निरीक्षण किया, जिसमें लिक्विड ऑक्सीजन (LOx) का रिसाव पाया गया। LOx रॉकेट ईंधन का मुख्य हिस्सा होता है और यदि इसमें लीक हो, तो यह उड़ान के दौरान गंभीर खतरे का कारण बन सकता है।
स्पेसएक्स ने एक बयान में कहा,
“Ax-4 मिशन की कल की फाल्कन 9 लॉन्चिंग को फिलहाल स्थगित किया गया है, ताकि स्पेसएक्स टीम LOX लीक की मरम्मत के लिए अतिरिक्त समय ले सके। नई लॉन्च तिथि मरम्मत कार्य पूर्ण होने और रेंज की उपलब्धता के आधार पर साझा की जाएगी।”

शुभांशु शुक्ला: भारत की नई उम्मीद
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के एक अनुभवी फाइटर पायलट और टेस्ट पायलट हैं। वे Ax-4 मिशन के माध्यम से अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय प्राइवेट मिशन यात्री बनने वाले थे। मिशन का स्थगन भले ही अस्थायी हो, लेकिन उनकी इस उपलब्धि ने भारत में युवा वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष प्रेमियों के लिए एक नई प्रेरणा का संचार किया है।
आगे क्या?
अभी तक स्पेसएक्स या नासा ने मिशन की नई लॉन्च तिथि की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। तकनीकी टीम बूस्टर में पाए गए LOx लीक की मरम्मत में जुटी है। अंतरिक्ष उड़ानों में सुरक्षा सर्वोपरि होती है और स्पेसएक्स की यह सतर्कता अंतरिक्ष अभियानों में गुणवत्ता और मानकों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।