📍पिलानी/दिल्ली, 13 अक्टूबर 2025। सीएचसी पिलानी में कार्यरत एलर्जी एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास बड़सरा ने दिल्ली में आयोजित एलकॉर्न इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अंतरराष्ट्रीय मंच पर व्याख्यान दिया। यह भारत में पहली बार हुआ जब एलर्जी पर इतनी बड़ी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें 9 देशों के प्रसिद्ध एलर्जी विशेषज्ञ शामिल हुए।
🧬 प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन से बच्चों में बढ़ रही एलर्जी – डॉ. बड़सरा
कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉ. विकास बड़सरा ने बताया कि प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और हीटवेव्स बच्चों में एलर्जी और अस्थमा के लक्षणों को तेजी से बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण में लगातार हो रहे बदलाव और प्रदूषण स्तर में वृद्धि से त्वचा और श्वसन एलर्जी जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं, खासकर छोटे बच्चों में इसका प्रभाव अधिक गंभीर है।
🌐 एलकॉर्न कॉन्फ्रेंस: भारत में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का आयोजन
दिल्ली में आयोजित एलकॉर्न कॉन्फ्रेंस में भारत सहित अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान, यूके और सिंगापुर के एलर्जी विशेषज्ञ शामिल हुए। यह आयोजन भारत में एलर्जी रिसर्च और मेडिकेशन के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है। इस मंच पर पिलानी के डॉ. विकास बड़सरा सहित राजस्थान के केवल तीन विशेषज्ञों को ही आमंत्रित किया गया, जो राज्य के लिए गर्व का विषय है।
🩺 अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने की डॉ. बड़सरा की सराहना
डॉ. बड़सरा के विचारों और विश्लेषण को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों ने “वैज्ञानिक और व्यावहारिक दृष्टिकोण से उत्कृष्ट” बताया। उन्होंने कहा कि बच्चों में बढ़ती एलर्जी की रोकथाम के लिए पर्यावरणीय सुधार और शुरुआती पहचान बेहद जरूरी है। उनके शोध और विचारों को अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय में भी विशेष स्थान मिला है।
🏅 राजस्थान के लिए गौरव का क्षण
डॉ. विकास बड़सरा का यह सम्मान न केवल पिलानी शहर के लिए बल्कि पूरे राजस्थान राज्य के लिए गौरव का विषय है। अंतरराष्ट्रीय मंच पर उनका योगदान आने वाले समय में एलर्जी और अस्थमा के शोध क्षेत्र में नए रास्ते खोल सकता है।





