नवलगढ़, 9 जून 2025: नगर में वर्षों से चल रही ड्रेनेज परियोजना एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गई है। सोमवार को जैसे ही शनि मंदिर के पास निर्माण कार्य दोबारा शुरू किया गया, स्थानीय नागरिकों ने जोरदार विरोध किया, जिसके चलते काम को बीच में ही रोकना पड़ा।
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि खुदाई के चलते नवलगढ़ की प्रसिद्ध और ऐतिहासिक सेकसरिया हवेली में दरारें पड़ गई हैं। यह हवेली नगर की सांस्कृतिक विरासत मानी जाती है और इसकी दीवारों में आई क्षति ने नागरिकों में गहरी चिंता पैदा कर दी है।

इस परियोजना की शुरुआत वर्ष 2023 में की गई थी, लेकिन तब से ही यह अपनी धीमी गति, तकनीकी खामियों और अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा में रही है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि परियोजना की प्रगति बेहद धीमी है और निर्माण के दौरान न तो सुरक्षा मानकों का पालन हो रहा है और न ही गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है, जिससे आए दिन नई समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
नागरिकों का यह भी कहना है कि इस प्रोजेक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर), जो पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में तैयार की गई थी, संदिग्ध है। उनका आरोप है कि रिपोर्ट को कुछ चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाने की मंशा से तैयार किया गया, जिसके चलते आज पूरे नगर को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। कई स्थानों पर बिना समुचित तकनीकी परीक्षण के खुदाई की जा रही है, जिससे भवनों की नींव पर सीधा असर पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने मांग की है कि ड्रेनेज परियोजना की डीपीआर की दोबारा तकनीकी जांच की जाए और निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की स्वतंत्र एजेंसी से समीक्षा करवाई जाए ताकि भविष्य में किसी बड़े नुकसान से बचा जा सके।

फिलहाल, शनि मंदिर क्षेत्र में निर्माण कार्य रोक दिया गया है, लेकिन यदि जल्द ही प्रभावी समाधान नहीं निकाला गया, तो यह विवाद और अधिक गहराने की आशंका जताई जा रही है। नगर की धरोहरों और नागरिक जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन से शीघ्र ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही है।