झुंझुनूं: नवलगढ़ थाना क्षेत्र के सनसनीखेज अपहरण एवं जानलेवा हमला मामले में झुंझुनूं पुलिस ने पांचवीं और सबसे चौंकाने वाली गिरफ्तारी की है। 4 आरोपियों को पहले ही दबोच चुकी पुलिस ने अब इस साजिश में शामिल एक महिला मुल्जिम को गिरफ्तार किया है। यह महिला कोई और नहीं, बल्कि पीड़ित कैलाश की पत्नी संगीता है।
यह दिल दहला देने वाली वारदात 20 अक्टूबर 2025 (दिवाली की रात) की है। मृतक कैलाश मेघवाल ने जयपुर में मौत से पहले पर्चा बयान दिया था। उसने बताया कि उसकी पत्नी संगीता, जो 4 साल पहले उसे छोड़कर जा चुकी थी, दिवाली की रात बच्चों से मिलने के बहाने उसके घर आई। जब कैलाश ने इस पर आपत्ति जताई, तो वह लौट गई। लेकिन कुछ ही देर बाद, संगीता का प्रेमी संदीप भास्कर जो संगीता के साथ लिव-इन में रह रहा था 4-5 अन्य लोगों के साथ आया। कैलाश उस वक्त अपने दोस्त महेन्द्र सैनी के साथ जयपुरिया स्कूल के पास से बाइक पर जा रहा था। तभी एक कैम्पर गाड़ी (RJ 18 GC 2114) में सवार होकर आए आरोपियों ने उसकी बाइक को रोका और कैलाश का अपहरण कर लिया।
अपहरण के बाद आरोपी कैलाश को जबरदस्ती बिड़ोदी जोहड़ ले गए। वहां उन्होंने सरियों और पाइपों से उसके साथ बर्बरता की। आरोपियों ने कैलाश के दोनों पैर तोड़ दिए और पसलियों सहित शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें पहुंचाईं। गंभीर हालत में कैलाश को पहले नवलगढ़ अस्पताल और फिर जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया, जहां रविवार (26 अक्टूबर) को इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए नवलगढ़ थानाधिकारी राधेश्याम सांखला के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया गया। टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगालकर और सूचना जुटाकर पहले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें छोटी बिडोदी (सीकर) निवासी 24 वर्षीय सन्दीप भास्कर पुत्र फूलसिंह (जो संगीता का प्रेमी बताया जा रहा है और जिसपर 1 मुकदमा दर्ज है), नेहरा की ढाणी (कोलसिया) निवासी 27 वर्षीय प्रदीपसिंह पुत्र रामनिवास, ओलागढ (सीकर) निवासी 30 वर्षीय अशोक कुमार पुत्र राजेन्द्र (1 मुकदमा दर्ज), और नवलगढ़ निवासी 25 वर्षीय अमित पुत्र बिल्लूराम शामिल हैं, जिस पर 8 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
कैलाश की मौत के बाद, पुलिस ने जांच आगे बढ़ाते हुए घटना में शामिल मुख्य साजिशकर्ता, वार्ड नं. 11 नवलगढ़ निवासी 30 वर्षीय पत्नी संगीता पत्नी कैलाश को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस पूरी कार्रवाई में दामोदर प्रसाद, बाबूलाल, श्रवण कुमार, गंगाराम, सुरेन्द्र कुमार, मुकेश कुमार, जितेन्द्र कुमार, शारदा और पुनम की टीम का योगदान रहा, जिसमें दामोदर प्रसाद, बाबूलाल और श्रवण कुमार की विशेष भूमिका रही।





