झुंझुनूं, 9 जून 2025: मिशन अंबेडकर सोसायटी (मास ग्रुप) की ओर से झुंझुनूं के अंबेडकर भवन में कैरियर काउंसलिंग और शैक्षिक परामर्श पर आधारित एक प्रेरणादायक सेमिनार आयोजित किया गया। इस आयोजन में झुंझुनूं जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए 324 छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों ने सक्रिय सहभागिता की। सेमिनार का उद्देश्य युवाओं को शिक्षा एवं करियर के प्रति जागरूक करना और उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान करना रहा।

कार्यक्रम में मास लाइब्रेरी झुंझुनूं, बजावा रावत का लाइब्रेरी, अलसीसर लाइब्रेरी, अंबेडकर भवन चूरू तथा तारानगर लाइब्रेरी से जुड़े विद्यार्थियों ने भाग लिया। आयोजन को लेकर समाज में उत्साह का माहौल रहा और यह मास ग्रुप की एक प्रभावशाली सामाजिक पहल के रूप में सामने आया।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी विशेषज्ञों ने विद्यार्थियों से संवाद कर उन्हें भविष्य निर्माण की दिशा में जरूरी जानकारी दी। मुख्य वक्ताओं में जयपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर प्रवीण कुमार मोइली, झुंझुनूं के डिप्टी सीएमओ भंवरलाल सर्वा, एडिशनल एसपी हेमन्त, वरिष्ठ पशु चिकित्सक चूरू से निरंजन चिरानिया, अजाक प्रदेश सचिव और प्रिंसिपल मोहनलाल अर्जुन, रिटायर्ड कमांडेंट इंद्राज सिंह, सीकर के एडवोकेट प्रताप सिंह चौहान, झुंझुनूं पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल मोतीलाल आलडिया, नीमकाथाना की मोदी महिला महाविद्यालय की प्राचार्य मंजु वर्मा, शिक्षाविद मंजु गोठवाल और अंबेडकर भवन झुंझुनूं के संरक्षक महावीर सालेन प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
सभी वक्ताओं ने शिक्षा की उपयोगिता, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, आत्मविश्वास निर्माण तथा सामाजिक उत्तरदायित्व जैसे विषयों पर विद्यार्थियों को दिशा दी। साथ ही उन्होंने ग्रामीण व वंचित तबकों से आने वाले विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारण और मार्ग चुनने में सहयोग देने की बात कही।

सेमिनार में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को भारतीय संविधान की प्रस्तावना और ज्योतिराव फुले द्वारा लिखित पुस्तक “गुलामगिरी” भेंट की गई। मास परिवार द्वारा आगंतुकों के लिए भोजन एवं पेयजल की उत्तम व्यवस्था की गई थी, जिससे सभी सहभागी संतुष्ट नजर आए।
कार्यक्रम की सफलता के लिए मास ग्रुप ने सभी विद्यार्थियों, अभिभावकों, अतिथियों और सहयोगी संस्थानों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह संकल्प भी लिया कि इस प्रकार के ज्ञानवर्धक कार्यक्रम भविष्य में भी समाज के शैक्षणिक और नैतिक विकास के लिए आयोजित किए जाएंगे। आयोजन ने यह सिद्ध किया कि सही मार्गदर्शन और समुदाय की सहभागिता से शिक्षा को सशक्त बनाया जा सकता है।