चिड़ावा: दीपावली के पावन अवसर से पहले चिड़ावा शहर में एक अनूठी पहल की गई। स्टेशन रोड स्थित चार मरुआ धाम बालाजी मंदिर प्रांगण में नगर पालिका उपाध्यक्ष अभय सिंह बडेसरा के नेतृत्व में क्षेत्रवासियों ने मिलकर मिट्टी के दीपक जलाए। इस पहल का उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों, विशेषकर मिट्टी और गोबर से बने दीपकों के उपयोग को प्रोत्साहित करना और स्थानीय कारीगरों के लिए रोजगार के अवसर सृजित करना था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अभय सिंह बडेसरा ने कहा, “स्वदेशी दीपक जलाना सिर्फ प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम है। जब हम स्थानीय कारीगरों के बनाए दीपक खरीदते हैं, तो हम उनके परिवार की दीपावली भी रोशन करते हैं। इस बार की दीपावली पूरी तरह स्वदेशी और आत्मनिर्भरता की भावना से मनानी चाहिए।”
इस पहल से पारंपरिक दीपावली की भावना को मजबूती मिलेगी और स्थानीय कारीगरों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। सभा का समापन सभी लोगों द्वारा यह संकल्प लेकर किया गया कि इस वर्ष दीपावली पर चाइनीज लाइट्स और कृत्रिम सजावटी वस्तुओं की बजाय स्वदेशी और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों का ही उपयोग किया जाएगा। मिट्टी और गोबर के दीपक न केवल पारंपरिक संस्कृति से जोड़ते हैं, बल्कि ग्रामीण शिल्पकारों के लिए आय का स्रोत भी बनते हैं।
इस आयोजन में क्षेत्र की महिलाएं और पुरुष भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर मिट्टी के दीपकों को जलाया और स्थानीय समुदाय से अपील की कि वे अपने घरों और प्रतिष्ठानों में भी स्वदेशी दीपक जलाएं। इसमें सरिता भालोठिया, सुनीता धतरवाल, सविता, स्नेहलता, शकुंतला, किरण चौधरी, सुशीला पूनिया, सुमन, कमला देवी, भगवती देवी, विमला देवी, कमलेश, सुमन शर्मा, पार्वती, शशिबाला, ललिता, संतोष, रणजीत साब, विजय पंवार, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष थालौर, राजेश कुल्हार, अरविन्द राव, हीरा सिंह ढाका, उम्मेद सिंह सिहाग, केदार मल जागिड़, प्रदीप राव, राजेश राव, दिनेश सुंदरिया, गुल नूनियां, नरेन्द्र, विकास कटेवा, सुनील जागिड़, सुनील माटोलिया, संदीप माटोलिया, राजवीर सांगवान, प्रदीप, राजकुमार (धोलू) सहित कई अन्य स्थानीय नागरिक शामिल हुए।





