चिड़ावा: नगर में स्थित ऐतिहासिक गोगाजी मंदिर में बरसों बाद बड़ा कार्य शुरू होने जा रहा है। करीब चार सौ साल पुराने इस मंदिर के गुंबज को हाल ही में आई बारिश के दौरान नुकसान पहुंचा था, जिसके बाद अब इसके पुनर्निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। शुक्रवार को गोदारा परिवार की ओर से मंदिर में विधिवत पूजन कर कार्य की शुरुआत की गई।
गोदारा परिवार के सदस्यों ने बताया कि उनके पूर्वजों से लेकर आज तक गोगाजी महाराज के प्रति गहरी आस्था रही है और जब गुंबज की क्षति की जानकारी मिली तो पूरे परिवार ने मिलकर इसके निर्माण का निर्णय लिया। इस कार्य में सिर्फ गुंबज का पुनर्निर्माण ही नहीं, बल्कि मंदिर परिसर की छत और दीवारों की भी मरम्मत की जाएगी। इसके साथ ही संपूर्ण परिसर का रंग-रोगन कर मंदिर को नया रूप दिया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को एक भव्य व साफ-सुथरा वातावरण मिल सके।
गोगाजी मंदिर में हर साल भाद्रपद नवमी पर विशाल मेला आयोजित होता है, जिसमें शहर के साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस बार यह नवमी 17 अगस्त को पड़ रही है। गोदारा परिवार ने बताया कि वे मेले से पहले मंदिर का संपूर्ण कायाकल्प पूर्ण करने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने स्थानीय कारीगरों की मदद से मरम्मत कार्य शुरू करवा दिया है, ताकि समय पर यह कार्य पूर्ण हो सके।
मंदिर में पूजन के समय बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे, जिन्होंने गोदारा परिवार की इस पहल की सराहना की और कार्य के सफलतापूर्वक पूर्ण होने की कामना की। लोगों का कहना है कि यह मंदिर नगर की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान का प्रतीक है और इसके जीर्णोद्धार से नई पीढ़ी को भी आस्था से जुड़ाव महसूस होगा।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मंदिर की सुंदरता और व्यवस्था बेहतर होने से आगामी मेला भी अधिक व्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए सुखद अनुभव वाला रहेगा। नगरवासियों ने भी इस कार्य में यथासंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।





