बोगोटा | रॉयटर्स | 25 जनवरी 2025 निर्वासित अप्रवासी नागरिकों को लेकर अमेरिका और कोलंबिया के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। कोलंबिया द्वारा दो अमेरिकी निर्वासन विमानों को अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश न देने के बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक टकराव बढ़ गया है। इस घटनाक्रम से नाराज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोलंबिया पर कड़े व्यापारिक प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी, जबकि कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने भी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए अमेरिका से आने वाले सभी उत्पादों पर 50% टैरिफ लगाने की बात कही है।
अमेरिकी निर्वासन उड़ानों को लौटा दिया कोलंबिया ने
कोलंबिया के राष्ट्रपति पेट्रो ने स्पष्ट किया कि उनका देश निर्वासित अप्रवासियों को जबरन लौटाने के अमेरिकी रवैये को स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका कोलंबियाई अप्रवासियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार नहीं कर सकता। पेट्रो ने घोषणा की कि जब तक वाशिंगटन गरिमापूर्ण व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए प्रोटोकॉल का पालन नहीं करता, तब तक वे निर्वासन विमानों को स्वीकार नहीं करेंगे।
एक अमेरिकी अधिकारी ने पुष्टि की कि कोलंबिया ने दो अमेरिकी सैन्य विमानों को वापस भेज दिया, जो निर्वासित अप्रवासियों को लेकर आए थे। यह पहली बार नहीं है जब किसी लैटिन अमेरिकी देश ने अमेरिकी निर्वासन उड़ानों का विरोध किया हो। इससे पहले ब्राजील ने भी अमेरिकी प्रशासन के इस कदम पर आपत्ति जताई थी और निर्वासित ब्राजीलियाई नागरिकों के साथ किए गए व्यवहार को उनके बुनियादी मानवाधिकारों का उल्लंघन करार दिया था।
अमेरिका की प्रतिक्रिया: कोलंबिया पर लगाए जाएंगे कड़े प्रतिबंध
अमेरिका द्वारा निर्वासन विमानों को स्वीकार न करने पर सख्त प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने कहा कि यह अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। उन्होंने ऐलान किया कि जवाबी कार्रवाई के रूप में कोलंबिया से आयात होने वाले सभी उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा, जिसे एक सप्ताह के भीतर 50% तक बढ़ाया जाएगा।
ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि कोलंबिया की इस कार्रवाई के बाद अमेरिका को सुरक्षा उपाय सख्त करने होंगे। इसके अलावा, अमेरिका कोलंबियाई सरकारी अधिकारियों के खिलाफ यात्रा प्रतिबंध, वीजा निरस्तीकरण, बैंकिंग एवं वित्तीय प्रतिबंध और आपातकालीन राजकोषीय नीतियां लागू करने की तैयारी कर रहा है।
कोलंबिया की जवाबी कार्रवाई: 50% टैरिफ की धमकी
अमेरिका की टैरिफ घोषणा के तुरंत बाद कोलंबियाई राष्ट्रपति पेट्रो ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि यदि अमेरिका ने व्यापारिक प्रतिबंध लागू किए तो कोलंबिया भी जवाबी टैरिफ लगाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका से आने वाली सभी वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाया जाएगा।
इस बीच, अमेरिका ने कोलंबिया स्थित अपने दूतावास में वीजा प्रक्रिया को निलंबित कर दिया है और कोलंबियाई नागरिकों की अमेरिका में प्रवेश प्रक्रिया को और कड़ा करने का आदेश दिया है। अमेरिका-कोलंबिया के व्यापारिक संबंधों को देखते हुए यह कदम द्विपक्षीय व्यापार को प्रभावित कर सकता है। बता दें कि कोलंबिया, लैटिन अमेरिका में अमेरिका का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
लैटिन अमेरिका में बढ़ रहा विरोध
कोलंबिया के इस फैसले के समर्थन में अन्य लैटिन अमेरिकी देश भी आ सकते हैं। ब्राजील पहले ही अमेरिकी निर्वासन नीतियों पर नाराजगी जता चुका है। यह टकराव आगे चलकर अमेरिका और पूरे लैटिन अमेरिका के संबंधों को प्रभावित कर सकता है।
इस घटनाक्रम के बाद वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और व्यापारिक हलचल तेज हो गई है। अब सभी की निगाहें अमेरिका और कोलंबिया के अगले कदम पर टिकी हैं।





