पंचकूला, 27 मई: हरियाणा के पंचकूला जिले में सोमवार देर रात एक ही परिवार के सात सदस्यों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना सेक्टर 27 क्षेत्र में सामने आई, जहां एक खाली प्लॉट के सामने खड़ी कार से सात लोगों को बेहोशी की हालत में पाया गया। बाद में सभी की अस्पताल में मौत हो गई। यह मामला वर्ष 2018 में दिल्ली के बुराड़ी में हुए सामूहिक आत्महत्या प्रकरण जैसा प्रतीत हो रहा है।
मृतकों में प्रवीण मित्तल (42 वर्ष), उनकी पत्नी, एक बेटा, दो बेटियां और माता-पिता शामिल हैं। सभी मूल रूप से उत्तराखंड के निवासी थे और पंचकूला में किराए के मकान में रह रहे थे। सूचना मिलते ही राहगीरों ने पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद डीसीपी हिमांद्री कौशिक, डीसीपी क्राइम अमित दहिया और संबंधित थाना पुलिस मौके पर पहुंची।
सीन ऑफ क्राइम और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। कार की तलाशी के दौरान पुलिस को बच्चों के स्कूल बैग, कपड़े, खाने-पीने का सामान और कुछ अन्य व्यक्तिगत वस्तुएं मिलीं।
पुलिस के अनुसार, सभी को पहले सेक्टर 26 स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां प्रवीण को छोड़कर अन्य छह लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। प्रवीण की हालत गंभीर थी, जिसे बाद में सेक्टर 6 के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह मामला सामूहिक आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। परिवार पर कथित रूप से भारी कर्ज था। जानकारी के अनुसार, कुछ समय पहले प्रवीण मित्तल ने देहरादून में टूर एंड ट्रैवल्स का कारोबार शुरू किया था, जिसमें उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ। इसके चलते उन्होंने कर्ज लिया था, जो लगातार बढ़ता गया।
परिवार के करीबी लोगों ने भी बताया कि आर्थिक तंगी के चलते मित्तल परिवार मानसिक तनाव में था। हालांकि, अभी तक आत्महत्या की पुष्टि पुलिस द्वारा नहीं की गई है। डीसीपी हिमांद्री कौशिक ने बताया कि घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं और सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।
पुलिस टीम मामले से जुड़े सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच में जुटी हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। घटना ने क्षेत्रवासियों को स्तब्ध कर दिया है और पूरे इलाके में शोक और सन्नाटा व्याप्त है।