झुंझुनूं: राज्य सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में आयोजित किए जा रहे ग्रामीण सेवा शिविर के तहत ग्राम पंचायत सिहोड़ में भी विशेष आयोजन किया गया। इस शिविर में दिव्यांग रमेश कुमार को आठ वर्षों से बिस्तर पर रहने के बाद पहली बार विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिला।
आठ साल से बीमारी से जूझ रहे रमेश को नहीं मिला था कोई लाभ
गांव के ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि रमेश कुमार पिछले आठ वर्षों से बीमारी के कारण बिस्तर पर हैं और खुद चल-फिर नहीं सकता। अब तक उसे किसी भी सरकारी योजना का फायदा नहीं मिला था।
एसडीएम ने तुरंत दिए निर्देश
समस्या की जानकारी मिलने पर एसडीएम मुकेश चौधरी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तहसीलदार सुनील कुमार मील, विकास अधिकारी पी. एस. सैनी, बीसीएमओ हरीश यादव और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कर्मचारी धर्मपाल सिंह को रमेश की जांच कर योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए।
जांच के बाद मिले कई लाभ
तहसीलदार और टीम ने जांच के बाद रमेश को पात्र पाया। इसके बाद उनका दिव्यांग प्रमाण पत्र, पेंशन आवेदन, ई-श्रम कार्ड और अन्य योजनाओं के लिए आवेदन करवाया गया। बीसीएमओ हरीश यादव ने उसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान कार्ड) का लाभ भी दिलवाया।
पेंशन और मुफ्त इलाज से मिला सहारा
प्रशासन के प्रयासों से रमेश कुमार को अब पेंशन, मुफ्त इलाज, ई-श्रम कार्ड और पालनहार योजना सहित कई सरकारी लाभ मिलने लगेंगे। उनकी पत्नी, पुत्र नवीन और पुत्री आयुषी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस सहायता से उनके जीवन-यापन और बच्चों की पढ़ाई को बड़ा सहारा मिलेगा।
परिवार और ग्रामीणों ने जताया आभार
रमेश और उनके परिवार ने राज्य सरकार और प्रशासन का आभार व्यक्त किया। शिविर में मौजूद अधिकारियों ने कहा कि ग्रामीण सेवा शिविरों का उद्देश्य जरूरतमंदों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना है और यह कार्य आगे भी जारी रहेगा।





